
प्रशिक्षण के लिए संस्थान में 25 तक जमा करवाए जा सकेंगे आवेदन फार्म
हिसार, 13 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि
प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान
में एक माह की अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण
‘समेकित कृषि प्रणाली में उद्यमिता विकास के अवसर’ बारे होगा जिसके लिए विश्वविद्यालय ने आवेदन
मांगे हैं।
सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान के सह-निदेशक
(प्रशिक्षण) डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने शनिवार काे बताया कि कुलपति प्रो. बलदेव राज कंबोज ने संस्थान
को 40 उम्मीदवारों के लिए एक माह अवधि का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की स्वीकृति
प्रदान की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे और मझोले किसान, बेरोजगार युवा एवं अन्य
इच्छुक प्रतिभागियों को ‘समेकित कृषि प्रणाली में उद्यमिता विकास के अवसर’ विषय पर प्रशिक्षण
देकर उनका कौशल विकास कराना और उन्हें स्वावलंबी बनाना है। कुलपति प्रो. बीआर कंबोज
का मानना है कि नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत भी इस प्रकार के कैप्सूल फॉर्म मे प्रशिक्षण
आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित
कर आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में समेकित कृषि प्रणाली के
विभिन्न घटकों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। देश और प्रदेश के किसी भी वर्ग एवं आयु
के इच्छुक महिला या पुरुष इसमें भाग ले सकते हैं। यह प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क होगा
और कार्यक्रम में पूरी अवधि तक उपस्थित रहकर सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने वाले प्रतिभागियों
को विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण
के दौरान प्रतिभागियों को समेकित कृषि प्रणाली से संबंधित इकाइयों का स्थल भ्रमण भी
कराया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवार 25 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। उसके उपरांत उम्मीदवारों
का चयन करके यथाशीघ्र ही इसका आयोजन किया जाएगा। आवेदन फार्म संस्थान के कार्यालय
(गेट नंबर 3, लुदास रोड, हिसार) से सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे तक प्राप्त करके और
भर कर जमा कराए जा सकते हैं। आवेदन के साथ एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, शैक्षणिक
योग्यता एवं आयु संबंधी प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों की प्रति संलग्न करना अनिवार्य
है। यदि किसी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय का छात्र या इंटर्न इसमें भाग लेना चाहता है,
तो उसे अपने संस्थान के डीन, प्राचार्य इत्यादि से अनुमति पत्र भी प्रस्तुत करना होगा।
इस पत्र में यह प्रमाणित होना चाहिए कि प्रशिक्षण अवधि के दौरान उम्मीदवार की नियमित
पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी और उसे इसमें भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
