
चित्तौड़गढ़, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग पर सड़कों की दुर्दशा किसी से छुपी हुई नहीं है। क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण स्थानीय निवासी तथा पर्यटक परेशान हो रहे हैं तथा आए दिन हादसे की शिकायत सामने आ रही है। ऐसा ही एक हादसा शनिवार दोपहर में हो गया। दुर्ग पर चढ़ाई कर रहे हैं इंदौर से आए पर्यटकों की कार गड्ढों से बचने के चक्कर में पलट गई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं लगी। दुर्ग चौकी के जाप्ते ने मौके पर पहुंच कर तत्काल क्रेन मंगवा कर कार को सीधा करवा कर हटवाया। इस दौरान कुछ देर के लिए जाम की स्थिति बन गई।
जानकारी में सामने आया की बरसात के बाद से ही कलक्ट्रेट से चित्तौड़ दुर्ग पर जाने वाले रास्ता पूरी तरह से खराब है। दुर्ग पर भी चढ़ाई करने के अलावा रिंग रोड है भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जिनमें आए दिन वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं तो कई बार हादसे की स्थिति उत्पन्न हो रही है। शनिवार दोपहर में इंदौर से आया एक परिवार दुर्ग भ्रमण के लिए चढ़ाई कर रहा था। गणेश पोल के यहां पर गड्ढों से बचने के चक्कर में पर्यटक की कार डिवाइडर पर चढ़ कर पलटी खा गई। इस कार में इंदौर निवासी दंपती और उनके दो बच्चे सवार थे। अचानक हुए हादसे से सभी घबरा गए। मौके पर राजगीरों की भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने परिवार को बाहर निकाला। तत्काल हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। इस पर दुर्ग चौकी प्रभारी हिम्मतसिंह, एएसआई पवसिंह दहिया मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। क्रेन के लिए सूचना की गई। पहले तो पुलिसकर्मियों व स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर प्रयास किया लेकिन कार को सीधे खड़ा नहीं कर पाए। बाद में क्रेन मंगवा कर कार को सही किया गया। हादसे में कार एक तरफ पलटी और दो पहिए ऊपर थे। इसके चलते कार का एक हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। कार को मध्यप्रदेश के इंदौर से आया पर्यटक चला रहा था जो एमपी पुलिस में है। यह परिवार के साथ दुर्ग भ्रमण के लिए आया था। बाद में कार को क्रेन की सहायता से नीचे उतारा गया। हादसे में किसी के चोट नहीं लगने के कारण सभी ने राहत की सांस ली। कार में सवार दंपती एवं उनके दोनों ही बच्चों में से किसी को भी एक खरोंच तक नहीं आई है। इधर, हादसे की सूचना के बाद दुर्ग पार्षद अशोक वैष्णव सहित कई दुर्ग निवासी भी मौके पर पहुंचे और मदद की।
क्षतिग्रस्त सड़कें नहीं दे रही रही पर्यटकों में सही संदेश
ऐतिहासिक चित्तौड़ दुर्ग भ्रमण के लिए प्रतिदिन देश-विदेश के बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। लेकिन यहां जब हिचकोले खाते हुए दुर्ग पर चढ़ाई करते हैं तो पर्यटकों में भी सही संदेश नहीं जाता। कई बार तीन पहिया ऑटो पलटने की स्थिति आ जाते हैं। ऐसे में हर समय यहां हादसे का अंदेशा बना हुआ है। लेकिन स्थानीय निकाय एवं प्रशासन को इसकी तनिक भी चिंता नहीं है कि कभी कोई बड़ा हादसा भी दुर्ग पर हो सकता है। बरसात के बाद चित्तौड़ दुर्ग के अलावा शहरी क्षेत्र के कई हिस्सों में सड़कों की हालत खराब हो गई है।
नवरात्र महोत्सव में बढ़ेंगे श्रद्धालु
जानकारी में सामने आया कि श्राद्ध पक्ष समाप्त होने के बाद शारदीय नवरात्रि महोत्सव शुरू होने जा रहे हैं। इसमें चित्तौड़ दुर्ग पर पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाएगी। दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर पर दर्शन करने के लिए पहले ही दिन से भारी भीड़ रहेगी। यहां तक की बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना चप्पल पहने पदयात्रा करते हुए आते हैं। ऐसे में क्षतिरस्त सड़कों से इन्हें भी परेशानी होगी। साथ ही वाहनों की संख्या बढ़ने से जाम एवं हादसे की संभावना बढ़ जाएगी। नवरात्रि महोत्सव से पहले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के हित में सड़कों की मरम्मत बड़ी आवश्यकता है।
अगले शुक्रवार से आएंगे शाही ट्रेन के पर्यटक
आगामी दिनों में नवरात्र महोत्सव के अलावा शाही शाही ट्रेन यानी पैलेस ऑन व्हील्स के फेरे भी शुरू होने वाले हैं। इस ट्रेन में भी बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं और बसों से पर्यटकों को दुर्ग भ्रमण के लिए लाया जाता है। क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण एवं बसों के आने के कारण यहां जाम की स्थिति हो जाएगी।
—————
(Udaipur Kiran) / अखिल
