
कोलकाता, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।
जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में गुरुवार रात तीसरी वर्ष की छात्रा की मौत डूबने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि छात्रा के फेफड़ों में पानी मिला और उसके शरीर पर किसी तरह की आंतरिक या बाहरी चोट नहीं पाये गये।
निमता (उत्तर 24 परगना) की रहने वाली 21 वर्षीय अनामिका मंडल अंग्रेजी विभाग की स्नातक छात्रा थीं। गुरुवार रात करीब 10:30 बजे उन्हें विश्वविद्यालय परिसर के एक बड़े जलाशय में बेहोश हालत में पाया गया। उस समय गेट नंबर चार के पास पार्किंग क्षेत्र में नाट्य क्लब द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें अनामिका भी शामिल हुई थीं। सहपाठियों और विश्वविद्यालय सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें तुरंत पास के केपीसी अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम के बाद प्रारंभिक रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया है। अब आंतरिक जांच के लिए विसरा सुरक्षित रख लिया गया है, ताकि यह पता चल सके कि शरीर में कोई बाहरी पदार्थ तो मौजूद नहीं था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि छात्रा जलाशय में कैसे गिरीं।
पुलिस ने मामले को अस्वाभाविक मौत के रूप में दर्ज कर लिया है और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि कहीं घटना में किसी तरह की साजिश या किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका तो नहीं रही। फोरेंसिक विशेषज्ञ भी मामले की गहराई से पड़ताल कर रहे हैं।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने शुक्रवार को जादवपुर विश्वविद्यालय का दौरा किया। यह टीम देशभर में उच्च शिक्षा संस्थानों में बढ़ती छात्र मौतों की घटनाओं की जांच कर रही है। इससे पहले यह टीम पश्चिम मेदिनीपुर के आईआईटी खड़गपुर भी गई थी, जहां इस साल कम से कम चार छात्रों की आत्महत्या की घटनाएं सामने आई हैं।
टीम के सदस्य अरमान अली ने बताया कि उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों से अलग-अलग बातचीत की है और रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाएगी। दौरे के दौरान छात्रों ने कई शिकायतें रखीं—जैसे जातिगत भेदभाव, कमजोर अंग्रेजी वाले छात्रों का अपमान, पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर शिक्षकों का अलग रवैया, मनोवैज्ञानिक परामर्श की कमी, रैगिंग पर पर्याप्त निगरानी न होना, बाहरी लोगों की दादागीरी, कैंपस में सुरक्षा का अभाव और सीसीटीवी कवरेज की कमी।
गौरतलब है कि 2023 में भी जादवपुर विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष के छात्र स्वप्नदीप कुंडू (18) की मौत हुई थी, जो मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल से गिरने की घटना के बाद हुई थी। उस घटना ने भी व्यापक विवाद और आक्रोश पैदा किया था।
नई घटना ने एक बार फिर विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था और छात्र कल्याण से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
