फरीदाबाद, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । शनिवार सुबह लोक अदालत लगते ही वकीलों ने इसका बहिष्कार कर दिया। वकील इस बात से नाराज थे कि लोक अदालत में ट्रैफिक पुलिस द्वारा काटे गए चालान की राशि कम नहीं की गई इसलिए उन्होंने लोक अदालत में न आने का फैसला लेकर अपनी नाराजगी जताई। सूचना मिलने पर सेशन जज व अन्य जजों ने वकीलों से बात की और उनकी समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद वकील मान गए। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश बैसला ने कहा कि जब भी लोक अदालत लगती है तो देखने में आया है कि जिस उद्देश्य से जनता को लाभ मिलना चाहिए, वह पूरा नहीं हो पाता। जिले में हर रोज हजारों की संख्या में ट्रैफिक चालान काटे जाते हैं, जिनमें से कुछ पुलिस द्वारा भी अवैध तरीके से काटे जाते हैं। आम नागरिक को अदालत से उम्मीद होती है कि उसे न्याय मिलेगा और लोक अदालत में कम जुर्माना देकर चालान से राहत मिलेगी, लेकिन जनता को लोक अदालत से कोई राहत नहीं मिल रही है।
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(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर
