
कोलकाता, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मतुआ समुदाय को लेकर दिए अपने विवादित बयान पर पार्टी के भीतर और बाहर से हो रही कड़ी आलोचना के बावजूद अपने रुख से पीछे हटने से इनकार कर दिया। नदिया जिले की कृष्णानगर लोकसभा सीट से सांसद मोइत्रा ने शुक्रवार रात अपने एक वीडियो संदेश में कहा कि उनके बयान को भाजपा जानबूझकर गलत तरीके से पेश कर रही है।
हाल ही में कृष्णानगर में एक सार्वजनिक सभा के दौरान महुआ मोइत्रा ने मतुआ समुदाय के राजनीतिक रुझानों पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, साल भर तृणमूल कांग्रेस के साथ रहते हैं, योजनाओं और भत्ते लेने आते हैं, लेकिन चुनाव आते ही पारंपरिक हिंदू बन जाते हैं। काम चाहिए, सड़क चाहिए तो ममता बनर्जी याद आती हैं। इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई थी। तृणमूल कांग्रेस की ही वरिष्ठ नेता ममता बाला ठाकुर ने मतुआ महासंघ के नेतृत्व में महुआ के खिलाफ एफआईआर करवाई है।
इस पर सफाई देते हुए मोइत्रा ने कहा, मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। सच यह है कि तृणमूल कांग्रेस को बनगांव और रानाघाट जैसी मतुआ बहुल लोकसभा सीटों पर दो-दो बार हार का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद राज्य सरकार ने विकास योजनाएं वहां रोकी नहीं। दूसरी तरफ भाजपा ने पश्चिम बंगाल में हार के बाद केंद्र की योजनाओं के फंड रोक दिए। मेरा आशय यही था।
गौरतलब है कि बनगांव (उत्तर 24 परगना) और रानाघाट (नदिया) दोनों लोकसभा सीटों पर मतुआ समुदाय का वर्चस्व है और 2019 व 2024, दोनों चुनावों में भाजपा ने यहां जीत दर्ज की थी।
इस बीच, ऑल इंडिया मतुआ महासंघ की कानूनी शाखा, जिसकी अगुवाई तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य ममता बाला ठाकुर कर रही हैं, ने इस मामले में हरीनगर थाने में महुआ मोइत्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इससे पहले महासंघ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर मांग की थी कि मोइत्रा सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें।
महासंघ ने पिछले सप्ताह ही एक बयान जारी कर मोइत्रा के मतुआ विरोधी बयान की निंदा की थी और सार्वजनिक माफी की मांग की थी। लेकिन अब तक महुआ मोइत्रा ने न तो बयान वापस लिया है और न ही माफी मांगी है, जिसके चलते महासंघ ने कानूनी कदम उठाया है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
