



झाबुआ, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जनजातीय बाहुल्य झाबुआ जिले के पेटलावद में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम मुख्यमंत्री लाडली बहना योजनान्तर्गत मध्य प्रदेश की सवा करोड़ से अधिक लाडली बहनों के हित में जारी की जाने वाली 28 वीं किश्त की सौगात देने हेतु शुक्रवार को जिले के सब डिवीजन मुख्यालय पेटलावद आए। पेटलावद मंडी ग्राउंड हवाई पट्टी पहुंचने पर जिले की संस्कृति के अनुरूप पारंपरिक रूप से ढोल मांदल के साथ मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया।
नियत समय से कुछ विलम्ब से पेटलावद पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ यादव का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, और जब उनका हैलीकॉप्टर हवाई पट्टी पर उतरा तो वहां बड़ी संख्या में मौजूद लोगों द्वारा पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाकर एवं हर्ष ध्वनि के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनन्दन किया गया।
जनजातीय समुदाय की संस्कृति अनुसार परंपरागत स्वागत अभिनन्दन अभिनंदन से अभिभूत एवं पारंपरिक वाद्य ध्वनि से हर्षित डॉ. मोहन यादव द्वारा वहां एक व्यक्ति द्वारा वाद्य के रूप में बजाई जा रही थाली ली गई, और वे स्वयं बजाने लगे। ऐसा करते हुए मुख्यमंत्री अत्यंत प्रसन्नचित्त नजर आए।
जिले की संस्कृति के अनुरूप मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को तीर कमान, झुलड़ी एवं साफा पहना कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम स्थल पर जिले भर से आई लाड़ली बहनों पर पुष्पवर्षा कर अभिवादन एवं स्वागत किया। आयोजन की शुरुआत डॉ मोहन यादव द्वारा कन्या पूजन के साथ की गई।
हेलीपेड पर मौजूद जिले के प्रभारी एवं कैबिनेट मंत्री जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग डॉ कुँवर विजय शाह, कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया, प्रदेशाध्यक्ष, अनुसूचित जनजाति मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी, कलसिंह भाबर संभागायुक्त इंदौर डॉ. सुदाम खाड़े, आई जी अनुराग ,झाबुआ कलेक्टर श्रीमती नेहा मीना, पुलिस अधीक्षक रघुवंशसिंह सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पारंपरिक वेशभूषा में सज धज कर आए जनजातीय समुदाय की महिलाओं एवं पुरुषों सहित बड़ी संख्या में अन्य लोगों द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।
प्रदेश भर की लाडली बहनों को सौगात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा शुक्रवार को झाबुआ जिले के पेटलावद से राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजनान्तर्गत मध्य प्रदेश की 1.26 करोड़ से अधिक लाडली बहनों के खाते में 28 वीं किश्त के 1541 करोड़ से अधिक राशि का सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरण किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के एलपीजी कनेक्शनधारी उपभोक्ता एवं गैर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना श्रेणी में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के अंतर्गत पंजीकृत लाडली बहनों एवं विशेष पिछड़ी जनजाति की आर्थिक योजनान्तर्गत पंजीकृत महिलाओं को राशि रुपए 450 में गैस रिफिल की राशि का अंतरण भी किया। इस योजना के तहत प्रदेश की 31 लाख से अधिक बहनों को 48 करोड़ से अधिक की अनुदान राशि का लाभ प्राप्त हुआ। इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनान्तर्गत प्रदेश के 53.48 लाख से अधिक पेंशन हितग्राहियों को 320.89 करोड़ से अधिक राशि का भी सिंगल क्लिक से अंतरण किया गया।
इस मौके पर दिव्यांगजन भी हुए प्रसन्न
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बीपीएल परिवार के 11 दिव्यांग हितग्राहियों को दानदाताओं तथा दिव्यांगजनों के संयुक्त अंशदान राशि से चार पहिया पेट्रोल चलित मोटर साईकिल भेंट की गई।
विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण
पेटलावद में आयोजित प्रदेश स्तरीय लाडली बहना योजना कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा जिले के 345.34 करोड़ लागत की राशि के 72 से अधिक विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी किया गया। इन कार्यों में विभिन्न विभागों के 194.56 करोड़ लागत राशि के 35 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 150.78 करोड़ लागत राशि के 37 विकास कार्यों का लोकार्पण सम्मिलित है।
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शित प्रदर्शनियों का अवलोकन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शित प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल विकास विभाग जिला झाबुआ की थीम कुपोषण मुक्त झाबुआ, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग जिला झाबुआ की थीम टोमेटो क्लस्टर पेटलावद, आयुष विभाग जिला झाबुआ की थीम झाबुआ के संजीवक, मध्य प्रदेश ग्रामीण आजीविका परियोजना जिला झाबुआ की थीम स्वालंबन की ओर बढ़ते कदम, नगर परिषद जिला झाबुआ की थीम हमारा मिशन कचरा रहित जीवन पर लगी प्रदर्शनियों की सराहना की।
“झाबुआ के संजीवक” पुस्तक का विमोचन:-
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिला प्रशासन द्वारा तैयार जनजातीय आयुर्वेदिक परंपरा एवं चिकित्सा ज्ञान पर केंद्रित पुस्तक “झाबुआ के संजीवक” का विमोचन भी किया गया। उल्लेखनीय है कि जिले में जड़ी बूटियों से उपचार का समृद्ध ज्ञान जनजातीय वर्ग में सदियों से विद्यमान है। जनजातीय संस्कृति एवं परंपरा के समृद्ध ज्ञान को विलुप्त होने से बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा “डुंगर बाबा नी जड़ी बूटियों नु जोवनार” थीम के तहत जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय कार्यशालाओं का आयोजन कर दस्तावेजों का एकीकरण कर पुस्तक के रूप में संकलित किया गया था। इस पुस्तक का मुख्यमंत्री डॉ यादव ने विमोचन किया।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
