
मुरादाबाद, 12 सितम्बर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय मुरादाबाद में उच्च स्तरीय बैठक शुक्रवार को हुई। जिसमें मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ एमएचएससी अधिकारी तथा सीबीएफएफसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस शैक्षणिक सत्र से ही विश्वविद्यालय के प्रथम चरण के कुछ अत्याधुनिक कार्यक्रमों के संचालन की सम्भावनाओं पर चर्चा की। यद्यपि स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के आरम्भ में कुछ विलम्ब है, फिर भी कुलपति प्रो सचिन माहेश्वरी ने यह स्पष्ट किया कि 11 चयनित रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों को सितम्बर के अंत से प्रारम्भ किया जा सकता है।
कुलपति ने बताया कि इन कार्यक्रमों का संचालन स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत विकसित एमएचएससी एवं सीबीएफएफसी (सिटी बेस्ड फर्नेस एंड फैब्रिकेशन सेंटर) में किया जाएगा। इन परिसरों की सुविधाएं तीन स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए पर्याप्त पाई गईं।
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने सुझाव दिया कि वर्तमान में सीबीएफएफसी को एमएचएससी के साथ मिलाकर उपयोग किया जा सकता है। वहीं मुरादाबाद के जिलाधिकारी एमएचएससी के उपाध्यक्ष अनुज सिंह ने संसाधनों के संयुक्त उपयोग हेतु एक औपचारिक समझौते की व्यवस्था का प्रस्ताव रखा। जिलाधिकारी ने युवाओं के कौशल विकास हेतु पॉलीटेक्निक के माध्यम से व्यावसायिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में विशेष रुचि दिखाई। प्रो. सचिन माहेश्वरी ने इस दिशा में पूर्ण उत्साह के साथ योगदान देने की इच्छा व्यक्त की।
बैठक में कृषि संकाय हेतु भूमि आवंटन की सम्भावनाओं पर भी चर्चा हुई। यह निर्णय लिया गया कि पॉलीटेक्निक परिसर को एक इंजीनियरिंग कॉलेज में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को शीघ्रता से आगे बढ़ाया जाएगा। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने प्रस्तावित कार्यक्रमों की विषयवस्तु की सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि ये सभी कार्यक्रम युवाओं को रोजगार दिलाने में सक्षम होंगे तथा गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय परिसर शीघ्र ही शैक्षणिक गतिविधियों से सराबोर हो उठेगा। कुलपति ने दोनों वरिष्ठ अधिकारियों एवं संस्थागत प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग और दूरदर्शी सुझावों से विश्वविद्यालय का शैक्षणिक परिदृश्य समाजोपयोगी और रोजगारपरक दिशा में अग्रसर हो रहा है।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
