श्रीनगर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के बाद शुक्रवार को सामूहिक प्रार्थना करने और पैगंबर मुहम्मद के पवित्र अवशेष की एक झलक पाने के लिए लगभग एक लाख श्रद्धालु श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित प्रतिष्ठित दरगाह हजरतबल मंदिर में एकत्र हुए।
सबसे बड़ी सभा हजरतबल में आयोजित की गई थी जहां घाटी भर से लगभग एक लाख श्रद्धालु पवित्र अवशेष, मोई-ए-मुकद्दस के प्रदर्शन को देखने के लिए भारी संख्या में एकत्र हुए थे जिसे व्यापक रूप से पैगंबर मुहम्मदके बालों का गुच्छा माना जाता है।
पैगंबर मुहम्मद (सल्ल.) के जन्मदिन के उपलक्ष्य में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी सोमवार को मनाई गई। आज श्रद्धालु एक बार फिर इस अवसर पर पारंपरिक शुक्रवार को बड़े धार्मिक उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाने के लिए एकत्र हुए।
कुरान की आयतों के पाठ के बीच नम आँखों से श्रद्धालुओं ने अपने लिए, अपने परिवार के लिए और विश्व में शांति के लिए प्रार्थना की।
बडगाम में असर शरीफ शहर-ए-कलाशपोरा, असर शरीफ जेनाब साहब सौरा, लाल बाजार, सैयद याकूब साहब सोनवार और मखमा बीरवाह सहित दरगाहों और मस्जिदों में भी इसी तरह की भीड़ देखी गई।
शोपियां (पिंजूरा), अनंतनाग (खिराम सिरहामा और सीर हमदान), कुलगाम (काबा मार्ग कैमोह), पुलवामा (खानकाही फैज पनाह त्राल) और बांदीपोरा (अहम शरीफ) जैसे जिलों में भी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए।
इस अवसर पर धार्मिक मौलवियों ने जुमे की तकरीर के दौरान पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला।
जम्मू और कश्मीर वक्फ बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए थे जबकि यातायात पुलिस ने वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एक रूट प्लान जारी किया था।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
