
धमतरी, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) ।कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने 11 सितंबर गुरूवार को अचानक कलेक्ट्रेट परिसर में दिव्यांगजनों द्वारा संचालित सक्षम कैंटीन का अवलोकन किया। उन्होंने कैंटीन में उपलब्ध चाय-नाश्ता एवं अन्य सामग्री का जायजा लिया और बाहर विश्नोई से बातचीत कर उनका कुशलक्षेम जाना ।
कलेक्टर ने विश्नोई से आग्रह किया कि वे बैठकर बात करें, किंतु उन्होंने बैसाखियों के सहारे खड़े होकर ही वार्तालाप किया। उन्होंने बताया कि कैंटीन की शुरुआत के बाद से ही लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत एवं आसपास के कार्यालयों में आने वाले अधिकारी-कर्मचारी और नागरिक यहां आकर चाय-नाश्ते का आनंद ले रहे हैं।
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि सक्षम कैंटीन दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल रोजगार का माध्यम बनेगा, बल्कि आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि संचालन में किसी भी प्रकार की आवश्यकता या समस्या आने पर जिला प्रशासन हर संभव सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत सहित अन्य कार्यालयों में होने वाली बैठकों और शासकीय आयोजनों में बाय-नाश्ते का आर्डर सक्षम कैंटीन से दिया जाए, ताकि दिव्यांगजनों के प्रयासों को और अधिक बल मिल सके।
कलेक्टर मिश्रा की पहल पर दिव्यांग प्रेरणा जन कल्याण समिति को कलेक्ट्रेट परिसर में यह स्थान उपलब्ध कराया गया है। समिति के संस्थापक बसंत कुमार विश्नोई ने बताया कि लंबे समय से दिव्यांगजन स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने की इच्छाशक्ति रखते थे, जो अब प्रशासनिक सहयोग से साकार हो सका है। सक्षम कैंटीन की शुरुआत से दिव्यांगजनों को न केवल स्थायी रोजगार मिलेगा, बल्कि वे समाज की मुख्यधारा से भी जुड़ेंगे। यह पहल जिले में दिव्यांग सशक्तिकरण की नई मिसाल है, जो अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज की शक्ति हैं। उन्हें सही अवसर और मंच मिल जाए, तो वे आत्मसम्मान और स्वावलंबन के साथ जीवनयापन कर सकते हैं। सक्षम कैंटीन इसी सोच का परिणाम है और यह आने वाले समय में जिले के लिए आदर्श मॉडल बनेगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
