
रामगढ़, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । रामगढ़ जिले में आत्महत्या रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सात दिनों तक चलने वाले इस अभियान को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों ने गुरुवार को जागरूकता रैली निकाली। 16 सितम्बर तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद और जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. तूलिका रानी ने झण्डा दिखाकर रैली को रवाना किया।
रैली को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन की ओर से बताया गया कि दुनिया भर में होने वाली कुल आत्महत्याओं में भारत में एक तिहाई महिलाओं की और लगभग एक चौथाई संख्या पुरुषों की होती है।
इसके मुख्य कारण नशीली दवाओं का दुरुपयोग-शराब की लत, तनाव, स्कूल कॉलेज में रैगिंग के कारण, गार्जियन अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेशर डालना इत्यादि होते हैं। इससे उभरना काफी जरूरी है। अन्यथा ऐसी स्थिति में अवसाद, एंजायटी, चिंता जैसे मानसिक तनाव के कारण अपने जीवन को त्यागने के लिए उतारू हो जाते हैं। ऐसे लोगों में लक्षण भी दिखाई देते हैं। मनोदशा में बदलाव, लंबे समय तक उदास, निराश या चिड़चिड़ा महसूस करना, चिंता और बेचैनी, अत्यधिक चिंता या घबराहट महसूस करना, सामाजिक अलगाव, दोस्तों और परिवार से अलग रहना और उन गतिविधियों में रुचि न लेना जो पहले पसंद थीं।
कार्यक्रम के दौरान डी.पी.एम., डी.पी.सी, एफ.एल.सी. जिला प्रोग्राम असिस्टेंट, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
