


कन्नौज, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री “विजन समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश 2047” के शताब्दी संकल्प के अंतर्गत, विकास भवन स्थित हर्षवर्धन सभागार में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रामकृपाल चौधरी, सेवानिवृत्त अधिकारी नरेंद्र सिंह एवं अवधेश बहादुर सिंह सहित छात्र-छात्राएँ, प्रधानाचार्य एवं शिक्षाविद उपस्थित रहे।
मुख्य विकास अधिकारी रामकृपाल चौधरी ने कहा कि यह आयोजन “समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश 2047” के विजन के अंतर्गत किया गया है, जिसमें हर क्षेत्र की जानकारी साझा की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को हर क्षेत्र में प्रोत्साहित कर रही है, क्योंकि युवा ही आने वाले समय में देश और प्रदेश को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
ज्ञान और उद्यमिता की दिशा में मार्गदर्शन
प्रबुद्धजन अवधेश बहादुर सिंह ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि केवल किताबों पर निर्भर न रहें, बल्कि सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग कर ज्ञान बढ़ाएं और उसका सही दिशा में क्रियान्वयन करें। उन्होंने कहा कि सरकार उद्यम विकास से जुड़ी अनेक योजनाएँ चला रही है, जिनका लाभ लेना चाहिए। इसमें अधिकारी और कर्मचारी भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
युवा शक्ति का सदुपयोग आवश्यक
प्रबुद्धजन नरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के पास सबसे बड़ी युवा आबादी और शक्ति है। इस युवा शक्ति का सही मार्गदर्शन आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें, समय का सही उपयोग करें और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें। साथ ही, करुणा, परोपकार, सम्मान और दया जैसी मानवीय भावनाओं को जीवन में शामिल करें। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि “हर घर एक पेड़ अवश्य होना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि माता-पिता का सम्मान करें और उनके आशीर्वाद से ही जीवन में आगे बढ़ें, क्योंकि यही सफलता का सबसे बड़ा आधार है।
विकसित भारत के संकल्प की ओर
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी वीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश और मुख्यमंत्री ने प्रदेश को 2047 तक विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस दिशा में हमें मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
शिक्षकों का योगदान
इस अवसर पर विभिन्न प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों ने भी अपने विचार और अनुभव छात्रों के साथ साझा किए।
(Udaipur Kiran) झा
