धर्मशाला, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के नए निदेशक मंडल हेतु शुरू की गई चुनावी प्रक्रिया को फिलहाल रोकने के साथ ही निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसाइटीज ने यह आदेश जारी करते हुए निदेशक मंडल को कारण बताओ नोटिस जारी कर अगले 10 दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। इसके अतिरिक्त चुनाव भी नए सिरे से करवाने के आदेश जारी किए गए हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड द्वारा जारी निर्देशों की लगातार अवहेलना करने के कारण बैंक के वर्तमान निदेशक मंडल के सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी करके कार्रवाई शुरू की गई है। नोटिस में उनसे यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि उन्हें उनके पूर्व में की गई लापरवाही और चूक के चलते इस पद से क्यों न हटा दिया जाए और सहकारी समिति की किसी समिति में निर्वाचित होने के लिए अयोग्य क्यों न घोषित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने उन्हें निलंबित कर दिया है और बैंक के मामलों के प्रबंधन के लिए मंडलायुक्त कांगड़ा को एक प्रशासक नियुक्त कर दिया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 1 सितंबर 2025 को राज्य को आपदाग्रस्त प्रदेश घोषित कर दिया है जिसके चलते इस चुनावी प्रक्रिया पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
गौर हो कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड का परिचालन क्षेत्र 5 जिलों अर्थात कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, कल्लू और लाहौल स्पीति में कार्यरत है, जो भारी बारिश और बादल फटने से सबसे अधिक प्रभावित हैं। ऐसी मौजूदा परिस्थितियों में बैंक के लिए चल रही चुनाव प्रक्रिया के संचालन के लिए स्थिति अनुकूल नहीं है। इसलिए इन घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए चुनावी प्रक्रिया को सस्पेंड कर दिया गया है और चुनाव नए तरीके से करवाने के आदेश जारी किए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
