
उरई, 11 सितम्बर (Udaipur Kiran) । जिले में एक प्राइवेट फाइनेंस कम्पनी के कलेक्शन एजेंट ने कम्पनी के पैसे हड़पने के इरादे से पुलिस को झूठी लूट की सूचना दी, लेकिन पुलिस की बारीक जांच ने उसकी पोल खोलकर रख दी। अभियुक्त सौरभ यादव को गिरफ्तार करते हुए उससे वह नकदी बरामद की गई है, जिसे वह ‘लूट’ का हिस्सा बता रहा था।
उरई कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मिनौरा के पास एक प्राइवेट फाइनेंस कम्पनी में कलेक्शन एजेंट के रूप में कार्यरत सौरभ यादव (निवासी ग्राम मिनौरा) ने डायल 112 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। उसने पुलिस को बताया कि जब वह किस्त का पैसा इकट्ठा करके वापस लौट रहा था, तो रास्ते में दो अज्ञात बाइक सवार युवकों ने उस पर हमला कर दिया और कम्पनी के एक लाख रुपये जबरन लूट लिए। ऐसी शिकायत मिलने पर पुलिस ने तुरंत मामले की तहकीकात शुरू कर दी। डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और सौरभ से पूछताछ की। घटना की एफआईआर दर्ज कराई गई और कोतवाली पुलिस ने जांच का जिम्मा संभाला।
हालांकि, जांच के दौरान पुलिस को सौरभ के बयान में कई बार बदलाव और गंभीर विसंगतियां नजर आईं। उसके द्वारा बताई गई घटना की कहानी में बार-बार अंतर हो रहा था। पुलिस ने उसके मोबाइल फोन का डाटा चेक किया और उसकी मूमेंट को ट्रेस किया। सबूत जुटाने पर पता चला कि उसने जो कहानी सुनाई थी, वह पूरी तरह से गढ़ी हुई थी। पुलिस पूछताछ के सामने सौरभ का झूठ बेनकाब हो गया। उसने अपने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने कम्पनी का पैसा हड़पने के लिए यह पूरा ड्रामा रचा था। उसने स्वीकार किया कि उसने कंपनी के 70,830 रुपये अपने पास रख लिए थे और बाकी बचे पैसों को ‘लूट’ का नाम देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
पुलिस ने सौरभ यादव को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान, उससे वह 70,830 रुपये की नकदी भी बरामद की गई, जिसे वह गबन करना चाहता था। पुलिस ने सौरभ यादव के खिलाफ झूठी सूचना देने, पुलिस को गुमराह करने और धोखाधड़ी जैसे मामले दर्ज किए हैं। उसे सम्बंधित धाराओं के तहत कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही जारी है।
वहीं, इस मामले पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि डायल 112 एक आपातकालीन सेवा है, जिसका उद्देश्य जनता की मदद करना है। इस तरह के गम्भीर सेवा का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण हेल्पलाइन का दुरुपयोग न करें और केवल वास्तविक आपात स्थितियों में ही इस पर कॉल करें।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
