Uttar Pradesh

डॉ रामकुमार वर्मा की कविता भारतीय संस्कृति की पोषकः प्रो रामजी तिवारी

सम्बोधित करते वक्ता

–डॉ रामकुमार वर्मा की कविताओं में शोध की अनेक सम्भावनाएंः डॉ राम किशोर शर्मा–इविवि के हिन्दी विभाग में डॉ रामकुमार वर्मा की कविता विषय पर व्याख्यान प्रयागराज, 11 सितम्बर (Udaipur Kiran) । हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार, कवि, समालोचक और पद्मभूषण डॉ रामकुमार वर्मा की कविताएं भारतीय संस्कृति की पोषक हैं। यह बातें मुम्बई विश्वविद्यालय, हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो रामजी तिवारी ने गुरुवार को डॉ रामकुमार वर्मा ट्रस्ट और हिन्दी विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में हिन्दी विभाग में डॉ रामकुमार वर्मा की स्मृति में आयोजित व्याख्यान सत्र में कही। बतौर मुख्य वक्ता प्रो रामजी तिवारी ने डॉ रामकुमार वर्मा की कविताओं की समीक्षा प्रस्तुत करते हुए कहा कि एकलव्य अहिल्या जैसे पात्रों को डॉ रामकुमार वर्मा ने अपनी कल्पना के द्वारा एक उदात्त चरित्र के रूप में प्रस्तुत किया, जो भारतीय संस्कृति के अनुरूप रही है। उन्होंने कहा कि डॉ रामकुमार वर्मा का इंद्रधनुषी व्यक्तित्व था, जो इतिहासकार, समीक्षक, नाट्यकार, अभिनेता, एकांकी के जन्मदाता, कवि, आलोचक भी रहे। समस्त प्रकृति प्रदत्त रंग उनमें मौजूद रहे। विद्यार्थी जीवन में डॉ रामकुमार वर्मा की पहली कविता 17 वर्ष की उम्र में पुरस्कृत हुई। कविता उनके लेखन की केंद्रीय धुरी है। प्रो रामजी तिवारी ने उनके महाकाव्यों एवं लघु काव्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि उनका लिखा एकलव्य हिन्दी का आदर्श महाकाव्य माना गया है। उनका मानना था कि कविता पवित्र अनुभूति है। उनकी कविताओं में उनके व्यक्तित्व की झलक मिलती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो राम किशोर शर्मा ने कहा कि डॉ रामकुमार वर्मा का साहित्य सागर की तरह है। उनकी कविताओं में शोध की अनेक सम्भावनाएं हैं। डॉ रामकुमार वर्मा युग मानव थे। लम्बे समय तक उन्होंने काव्य साधना की। यही नहीं उन्होंने सांस्कृतिक चेतना का संवर्धन अपनी कविताओं के माध्यम से किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने डॉ रामकुमार वर्मा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर अतिथियों का स्वागत हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो लालसा यादव, कोषाध्यक्ष डॉ ब्रह्मदेव द्विवेदी और शोध छात्र सोमदेव मिश्रा ने किया। डॉ रामकुमार वर्मा ट्रस्ट प्रयागराज की अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ राजलक्ष्मी वर्मा ने डॉ रामकुमार वर्मा ट्रस्ट की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष जरूरतमंद छात्रों को पाठ्य पुस्तक और छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इस वर्ष डॉ रामकुमार वर्मा की 125वीं वर्षगांठ पर ट्रस्ट द्वारा इलाहाबाद विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग में एमए की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा आस्था त्रिपाठी को मुख्य अतिथि द्वारा स्वर्ण पदक, प्रमाण पत्र एवं पुस्तकें प्रदान की गईं।

कार्यक्रम का संचालन सचिव डॉ आनंद कुमार श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन डॉ शान्ति चौधरी ने किया। इस अवसर पर प्रो सूर्य नारायण, प्रो प्रणय कृष्ण, प्रो भूरे लाल, प्रो चंदा देवी, प्रो संतोष भदौरिया, प्रो सुनील विक्रम सिंह, डॉ विनम्र सेन, कोषाध्यक्ष डॉ. ब्रह्मदेव द्विवेदी, डॉ भरत, डॉ ओंकार नाथ द्विवेदी, डॉ उर्मिला श्रीवास्तव, डॉ कल्पना वर्मा, शोध छात्र सोमदेव मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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