
जौनपुर,11सितम्बर (Udaipur Kiran) । शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता को समाप्त कराने की मांग को लेकर पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में महाज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई जिलाध्यक्ष डॉ. अतुल प्रकाश यादव ने की।शिक्षकों का भारी हुजूम कलेक्ट्रेट पहुंचा और सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह को प्रधानमंत्री एवं मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा।इस मौके पर जिलाध्यक्ष डॉ. यादव ने कहा कि 2009 से पूर्व नियुक्तियां उस समय की सेवा शर्तों के आधार पर हुई थीं, लेकिन संसद ने 2017 में संशोधन कर टीईटी को अनिवार्य बना दिया और सर्वोच्च न्यायालय ने 1 सितंबर 2025 को इसे सभी शिक्षकों पर लागू करने का आदेश जारी किया। उन्होंने इसे नैसर्गिक न्याय के विपरीत बताया और नियमों में संशोधन की मांग की।उन्होंने कहा, “शिक्षकों को परीक्षा देने से कोई भय नहीं है, लेकिन जब नियुक्तियां तय शर्तों के आधार पर पहले ही हो चुकी हैं तो टीईटी की बाध्यता अनुचित है।”इस दौरान भारी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे। जिनमें प्रमुख रूप से शिवकुमार सरोज, रविंद्र बहादुर सिंह, कुंवर यशवंत सिंह, आनंद कुमार यादव, राय साहब यादव, जय सिंह यादव, शशिकांत यादव, दुष्यंत मिश्र, सुरेश चंद्र पाठक, संजय सिंह, मिश्रीलाल, विजय लक्ष्मी यादव, आराधना चौहान, रेखा भारती, सरिता यादव, उमेश दुबे सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल रहे।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
