
हरिद्वार, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड सरकार की अपर सचिव, ग्राम्य विकास एवं परियोजना निदेशक, उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति, सुश्री झरना कमठान ने आज जनपद हरिद्वार में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत संचालित गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने महिला सीएलएफ और स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित उद्यमों की प्रगति, उत्पादों की गुणवत्ता तथा बाजार संभावनाओं की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने खानपुर विकासखंड में स्थापित सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का दौरा किया। यहां उन्होंने आटे का उत्पादन शीघ्र पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए। जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना एवं संबंधित सीएलएफ अध्यक्षा ने अवगत कराया कि सिंघाड़े का उत्पादन आगामी अक्टूबर माह से शुरू कर आटे की नियमित आपूर्ति बहाल हो जाएगी।
सुश्री कमठान ने रुड़की विकासखंड स्थित हिलांस बेकरी यूनिट का निरीक्षण किया। उन्होंने महिला समूहों द्वारा तैयार की जा रही सिंघाड़ा कुकीज व अन्य कुकीज की गुणवत्ता और पैकेजिंग संबंधी जानकारी विस्तार से प्राप्त की तथा उनके प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ क्वालिटी टीम द्वारा सभी उत्पादों की गुणवत्ता पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी फिर प्रशिक्षण एवं सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, ताकि बाजार में उपलब्ध कराए जा रहे उत्पाद उच्च मानकों पर खरे उतरें। निरीक्षण के दौरान सुश्री कमठान ने ब्लॉक कार्यालयों का औचक निरीक्षण भी किया, जहां सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित पाई गईं।
इस अवसर पर, परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कैलाश नाथ तिवारी ने मुख्य विकास अधिकारी, श्रीमती आकांक्षा कोण्डे के निर्देशन में निर्माणाधीन लाइब्रेरी का भी निरीक्षण किया तथा कार्य को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण में परियोजना निदेशक (डीआरडीए) कैलाश नाथ तिवारी, जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना, समस्त सहायक प्रबंधक, खानपुर एवं रुड़की के बीडीओ, एबीडीओ, ब्लॉक स्तरीय रीप एवं एनआरएलएम टीम, संबंधित सीएलएफ की टीम सहित अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
