
सोनीपत, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । ऋषि
चैतन्य आश्रम द्वारा आयोजित तृतीय वैश्विक योग निद्रा उत्सव 14 सितम्बर 2025 को पूज्या
आनंदमूर्ति गुरुमां के परम सांनिध्य में विश्वभर में आयोजित होगा। यह आयोजन भारत के
50 से अधिक भारतीय शहरों के साथ-साथ ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड
और दुबई जैसे देशों में भी हजारों लोग एक ही दिन योग निद्रा के रूपांतरकारी अभ्यास
में सम्मिलित होंगे।
उत्सव
से पूर्व 12 सितम्बर को ऋषि चैतन्य आश्रम में विशेष सत्र होगा, जिसमें पानीपत इंस्टिट्यूट
ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के 300 से अधिक छात्र भाग लेंगे। योग निद्रा, जिसे योगिक
निद्रा भी कहा जाता है, प्राचीन अभ्यास है जो सजग शिथिलता और गहन विश्राम प्रदान करता
है। गुरुमां ने इसे आधुनिक जीवन की आवश्यकताओं के अनुसार सरल और सुलभ बनाया है।
यह
तनाव, अवसाद और चिंता को कम करने के साथ आंतरिक जागरूकता और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता
है। आईसीएमआर, हैदराबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन में सात चिकित्सकों की
टीम ने ऋषि चैतन्य ट्रस्ट के सहयोग से अध्ययन किया। इसमें पाया गया कि नियमित योग निद्रा
अभ्यास से रक्तचाप नियंत्रित होता है, मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है तथा कॉर्टिसोल और
ट्राईग्लिसराइड्स का स्तर घटता है।
पिछले
दो वर्षों से यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा था। वर्ष 2024 में यह वैश्विक
उत्सव बन गया, जिसमें अनेक देशों के लोग शामिल हुए। अब 2025 में यह आयोजन विश्वस्तर
पर और भी बड़े पैमाने पर होने जा रहा है। 14 सितम्बर को यह उत्सव सामूहिक आंतरिक जागरण,
विश्राम और चंगाई की दिशा में एक वैश्विक आंदोलन का प्रतीक बनेगा।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
