मुंबई, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) ।पालघर जिले में 129 क्रिश्चियन प्रार्थना स्थलों को गैरकानूनी बताते हुए उन पर कार्यवाही करने की मांग उठाई गई है। संस्कृति रक्षण समिति के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी इंदु रानी जाखड़ को ज्ञापन सौंपकर राज्य सरकार से धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करने की भी अपील की।
यह ज्ञापन स्वामी भारतानंद सरस्वतीजी महाराज के मार्गदर्शन में सौंपा गया। इस मौके पर समिति के पदाधिकारी मोहन महाराज शिंगडा, रवींद्र रहालकर, विहिप के जिला अध्यक्ष महावीर सोलंकी, आदिवासी मित्र मंडल के संस्थापक संतोष जनाठे, बजरंग दल के नेता चंदन सिंह, अनंत कुडू, भारती ताई, रवी शिवदे, प्रभाकर पाटील और मुकलेश गिरी सहित कई संगठन पदाधिकारी व प्रभावित गांवों के नागरिक मौजूद थे।
आदिवासियों को गुमराह करने का आरोप
समिति का कहना है कि पालघर जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहाँ किसान, मजदूर और रोज़गार की तलाश में मेहनतकश आबादी निवास करती है। समिति ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों से जिले के सैकड़ों गांवों में बुधवार, गुरुवार, रविवार और अन्य दिनों में क्रिश्चियन प्रार्थना सभाएँ आयोजित की जाती हैं।
स्वामी भारतानंद सरस्वतीजी महाराज ने कहा कि इन सभाओं के माध्यम से भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह कर धर्मांतरण की दिशा में धकेला जा रहा है।
——–
(Udaipur Kiran) / जे सिंह
