


पूर्वी चंपारण,10 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
नेपाल में बीते तीन दिनों से जारी हिंसा और आंदोलन के चलते वहां काम कर रहे भारतीय नागरिक बड़ी संख्या में अपने देश लौटने लगे हैं।
बुधवार सुबह से ही भारी संख्या में भारतीय नागरिक नेपाल से भारत की ओर बॉर्डर पार करते देखा गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने देर रात भारत-नेपाल सीमा का दौरा कर हालात का जायजा लिया। वहीं सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के जवानों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है।
नेपाल से लौट रहे मजदूरों और नागरिकों ने बताया कि वहां स्थिति बेहद भयावह होती जा रही है। नेपाल में फैक्ट्री और कल-कारखाने पूरी तरह बंद हैं। जीतपुर मे काम रहे मजदूर हरिनारायण महतो ने बताया कि तीन दिन से काम ठप है और किसी को नहीं पता कि काम कब से शुरू होंगे। स्थिति बिगड़ने की खबरों के बाद वे लोग सुरक्षित घर लौटने को मजबूर हो गए हैं। एक अन्य यात्री ने बताया कि वह करीब 15 किलोमीटर पैदल चलकर रक्सौल रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे है क्योंकि नेपाल में कोई सवारी उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने चिंता जताई कि ट्रेन का समय हो चुका है और यह स्पष्ट नहीं है कि समय पर स्टेशन पहुंच पाएंगे या नहीं। वही सुबह 10 बजे के बाद भारत से नेपाल और नेपाल से भारत आने वाले प्रत्येक नागरिकों को रोका जा रहा है। ऊपरी आदेश के बाद मैत्री पुल या सीमा क्षेत्र के पगडंडियों से आ रहे नागरिकों को प्रवेश नही करने दिया जा रहा है। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को देखते हुए मैत्री पुल समेत अन्य चौकियों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। मैत्री पुल पर डॉग स्क्वायड की मदद से यात्रियों के सामानों की गहन जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि नेपाल की जेल से कई कैदी फरार हो चुके हैं और आंदोलनकारियों ने नेपाल सरकार के हथियार भी लूट लिए हैं। भारत सरकार की ओर से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि फरार कैदी भारत में प्रवेश न कर सकें। इसलिए अब किसी भी नेपाली नागरिकों भारत में प्रवेश नही करने दिया जा रहा है।उल्लेखनीय है,कि नेपाल में जारी विद्रोह के दौरान कई जेलो को ब्रेक किया गया।इस दौरान वीरगंज जेल ब्रेक का भी प्रयास किया गया,जिसे नेपाली सेना के जवानो ने विफल कर दिया।
खुफिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भष्ट्राचार,घोटाले,महंगाई और बेरोजगारी से त्रस्त नेपाली जनता के इस विद्रोह की आड़ में घुसे ड्रग्स पैडलर व अपराधी अपने मंसूबो को कामयाब करना चाह रहे है। हालांकि नेपाल में सेना के कमान संभालने और बोर्डर पर भारतीय जवानो और पुलिस की चौकसी से उनके मंसूबे कामयाब नही हो पायेगे।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
