Haryana

गुरुग्राम: तोडफ़ोड़ में एफआईआर होने पर मेयर के पति समर्थकों समेत पहुंचे सीपी कार्यालय

एफआईआर मामले में गुरुग्राम पुलिस आयुक्त कार्यालय समर्थकों के साथ पहुंचे मानेसर की मेयर के पति राकेश यादव हयातपुर।

-समर्थकों के साथ पहुंचकर कहा, बिना सुबूत उनका नाम घसीटा गया

-बोले, राजनीतिक द्वेष के चलते उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई

गुरुग्राम, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । मानेसर तहसील क्षेत्र में अवैध गोदाम और अन्य निर्माण गिराने के दौरान डीटीपी टीम पर हमला करने के मामले में नामजद मानेसर नगर निगम की मेयर डा. इंद्रजीत कौर यादव के पति समर्थकों के साथ बुधवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनका नाम बिना वजह के घसीटा जा रहा है। यह सब राजनीतिक द्वेष के कारण किया जा रह है। एफआईआर से उनका नाम निकाला जाए।

बता दें कि सोमवार को डीटीपी की टीम मानेसर तहसील क्षेत्र के गांव कांकरौला व भांगरौला में अअवैध निर्माण गिराने गई थी। इन क्षेत्रों में अवैध गोदाम और अन्य निर्माण किए गए हैं। अवैध निर्माण गिराने के दौरान ग्रामीणों ने डीटीपी टीम पर पथराव करते हुए हमला कर दिया। इस मामले में मानेसर की मेयर के पति राकेश यादव हयातपुर के खिलाफ भी एफआईआर की गई। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने भीड़ को उकसाया और भीड़ ने डीटीपी टीम पर हमला कर दिया। इसी मामले में बुधवार को खुद पर लगे आरोपों के मामले में अपनी सफाई पेश करने के लिए राकेश यादव हयातपुर समर्थकों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे। पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर मेयर के पति राकेश हयातपुर ने कहा कि तोडफ़ोड़ मामले में बिना सुबूतों के उनका नाम घसीटा गया है। उन्हें राजनीतिक द्वेष के चलते बिना वजह मामले में फंसाया गया है। राकेश हयातपुर ने कहा कि एफआईआर में उनका नाम जोड़ जरूर दिया गया है, मगर उनके खिलाफ कोई ठोस सुबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की जा रही थी, जब लोगों ने उन्हें बुलाया था। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई उनकी व उनकी पत्नी की राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास और साजिश है। उनके समर्थकोंं ने भी यह बात कही कि राजनीतिक द्वेष ही राकेश यादव के खिलाफ राजनीतिक कारणों से कार्रवाई की जा रही है। एक जनप्रतिनिधि के परिवार से होने के किसी भी प्रकार की आपदा या परेशान में उन्हें जाना ही पड़ेगा। इसका मतलब यह नहीं कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली जाए। राजेश यादव जनता की समस्या को लेकर ही वहां पहुंचे थे। सीपी कार्यालय में पहुंचे राकेश यादव के समर्थकों ने उनके खिलाफ कार्रवाई को गलत करार दिया।

———————————————————–

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top