Jammu & Kashmir

कश्मीर में भारत के राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान: भाजपा ने कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाए: पवन शर्मा

जम्मू, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू और कश्मीर के भाजपा प्रदेश सचिव पवन शर्मा ने कश्मीर में भारत के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतीक के अपमान की हालिया घटना पर कांग्रेस पार्टी की गहरी चुप्पी पर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह जानबूझकर की गई चुप्पी आकस्मिक नहीं है, बल्कि कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है, जो तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए बार-बार राष्ट्रीय हितों से समझौता करती है।

राष्ट्रीय प्रतीक पर हमला भारत गणराज्य की संप्रभुता और पहचान पर हमला है। यह भारत के राज्य प्रतीक (अनुचित प्रयोग निषेध) अधिनियम, 2005 के तहत एक आपराधिक कृत्य है, फिर भी देश को ‘आज़ादी’ देने का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी ने आँखें मूंद ली हैं। उनकी चुप्पी मिलीभगत से कम नहीं है, शर्मा ने कहा।

कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए शर्मा ने सवाल किया, जब राष्ट्र के सम्मान पर हमला होता है, तब कांग्रेस चुप क्यों रहती है? क्या उनका वोट बैंक भारत माता के सम्मान से ज़्यादा महत्वपूर्ण है? उनकी चुप्पी साफ़ तौर पर ऐसी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को मौन स्वीकृति देती है।

राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा, ऐसे समय में जब कश्मीर में राष्ट्र के सम्मान का अपमान हुआ है, राहुल गांधी भारत की जनता के साथ खड़े होने के बजाय विदेश में छुट्टियां मनाने में व्यस्त हैं। जब भी राष्ट्र किसी संकट का सामना करता है, कांग्रेस के तथाकथित नेता कार्रवाई से गायब हो जाते हैं। विदेश में उनकी चुप्पी उनकी पार्टी की देश में चुप्पी को प्रतिबिंबित करती है।

उन्होंने याद दिलाया कि राष्ट्रीय प्रतीक केवल एक आधिकारिक मुहर नहीं है, बल्कि भारत के संविधान की आत्मा, अनगिनत शहीदों के बलिदान का प्रतीक और प्रत्येक भारतीय का गौरव है। उन्होंने कहा, कांग्रेस द्वारा इस तरह के अपमान को नज़रअंदाज़ करना राष्ट्र के साथ एक अक्षम्य विश्वासघात है। जो लोग राष्ट्रीय प्रतीक की गरिमा की रक्षा नहीं कर सकते, उन्हें लोगों को लोकतंत्र या राष्ट्रवाद पर उपदेश देने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

शर्मा ने मांग की कि कांग्रेस अपनी चुप्पी तोड़े और भारत की जनता के सामने अपना रुख सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करे। उन्होंने चेतावनी दी, देश की जनता देख रही है। चुप रहकर कांग्रेस ने खुद को बेनकाब कर लिया है। लेकिन अगर वह चुप रहती है, तो जनता की अदालत में उसे दोषी ठहराया जाएगा।

कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए, शर्मा ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान करने वालों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले। उन्होंने लोगों से कांग्रेस के दोहरे मानदंडों को समझने और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए राष्ट्र के सम्मान से समझौता करने वाले नेताओं को अस्वीकार करने की अपील की।

(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता

Most Popular

To Top