
बोर्डुमसा (अरुणाचल प्रदेश), 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । असम में ‘मियां’ मुद्दे को लेकर चल रही बहस के बीच अरुणाचल प्रदेश के बोर्डुमसा में संदिग्ध ‘मियां’ लोगों के पहुंचने से विवाद खड़ा हो गया है।
स्थानीय संगठनों के अनुसार, असम में पंजीकृत (एएस 01 एफसी 6427) एक नाइट सुपर बस में करीब 50 लोग सवार होकर पहुंचे। प्रवेश बिंदु पर उन्हें रोककर वापस लौटा दिया गया। बाद में इन लोगों को ब्रह्माजान के बुढ़ीदीहिंग रिजर्व फॉरेस्ट के पास रोककर रखा गया।
स्थानीय लोगों को संदेह है कि ये लोग असम के विभिन्न इलाकों में हुए बेदखली अभियानों के दौरान विस्थापित हुए हैं। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि इन्हें अरुणाचल के ईंट-भट्ठों में काम के लिए लाया गया था, हालांकि कोई भी यात्री अपना गंतव्य या नियोक्ता स्पष्ट रूप से नहीं बता पाया।
बताया जाता है कि इनमें से अधिकतर लोग असम के मोरीगांव और नगांव जिलों से हैं। इनके अचानक पहुंचने से बोर्डुमसा और पेंगरी क्षेत्रों के स्थानीय लोगों में बेचैनी बढ़ गई है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तुरंत इनके दस्तावेजों की जांच कराने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक, इस समूह की आवाजाही की अगुवाई मोरीगांव के बाबर और अरुणाचल के नागर नामक व्यक्ति ने की थी। यह घटना एक बार फिर संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में बसावट और जनसांख्यिकीय बदलाव को लेकर चिंता को हवा दे रही है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
