


कोरबा/जांजगीर-चांपा, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर लगातार हड़ताल पर डटे हुए हैं। हड़ताल के चलते जिलेभर में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इसी कड़ी में आज मंगलवार दोपहर को कर्मचारियों ने जांजगीर के ऐतिहासिक भीमा तालाब में उतरकर जल सत्याग्रह किया। दोपहर करीब 1 बजे बड़ी संख्या में जुटे स्वास्थ्यकर्मी पानी में खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। उनके हाथों में तख्तियां और बैनर थे, जिन पर नियमितिकरण, वेतनमान और नौकरी की स्थिरता से जुड़ी मांगें दर्ज थीं।
एनएचएम कर्मचारियों का कहना है कि कई वर्षों से वे लगातार सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें स्थाई नियुक्ति और उचित सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस प्रदर्शन की वजह से जिले के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में सामान्य कार्य प्रभावित हो रहा है। मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण और मातृत्व सेवाओं पर भी असर देखने को मिल रहा है।
भीमा तालाब में किया गया यह जल सत्याग्रह अब जिलेभर में चर्चा का विषय बन गया है। कर्मचारियों का कहना है कि उनका संघर्ष केवल उनके हक की लड़ाई नहीं बल्कि बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए भी है। प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस पहल न होने से नाराजगी और बढ़ती जा रही है।
(Udaipur Kiran) /हरीश तिवारी
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(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी
