
जयपुर, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । आत्महत्या एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जो विद्यार्थियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों को प्रभावित करती है। इस समस्या के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने एवं रोकथाम को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 10 सितम्बर को ‘विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस’ मनाया जाता है। वर्ष 2025 का विषय है – “आत्महत्या के प्रति धारणा में बदलाव, कार्रवाई हेतु आह्वान : बातचीत की शुरुआत करें”।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत ने बताया कि जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 10 सितम्बर से 10 अक्टूबर 2025 तक जिले के स्कूलों, कॉलेजों एवं कोचिंग संस्थानों में आउटरीच सत्र एवं आईईसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इन सत्रों का उद्देश्य विद्यार्थियों को यह अवसर प्रदान करना है कि वे अपने शिक्षकों एवं प्रशिक्षकों से पढ़ाई, करियर एवं व्यक्तिगत समस्याओं पर खुले मन से संवाद स्थापित कर सकें।
जिला नोडल अधिकारी (डीएमएचपी) डॉ. गजानन्द वर्मा ने बताया कि वर्ष 2023 से प्रारंभ किए गए “चलो बात करें अभियान” को भी सतत रूप से आगे बढ़ाया जाएगा, जिसके तहत शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों, किशोरों एवं युवा वयस्कों के मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण हेतु सकारात्मक संवाद और सहयोगात्मक वातावरण निर्मित किया जाएगा। जिला स्तर पर आयोजित इन गतिविधियों की रिपोर्ट राज्य स्तर पर प्रेषित की जाएगी।
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(Udaipur Kiran)
