
बलिया, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । गंगा के जलस्तर में तीसरी बार वृद्धि से जिले में बाढ़ का संकट एक बार फिर पैदा हो गया है। तटवर्ती गावों और शहर के निचले हिस्से में पानी फैलने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि जिला प्रशासन बाढ़ से प्रभावितों के लिए राहत सामग्री की आपूर्ति शुरू कर दी है।
मंगलवार को जिले के प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु और जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने दुबहड और बेलहरी ब्लाॅक के प्रानपुर और जवही दीयर में कैम्प के माध्यम से बाढ़ से प्रभावित 30 पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ पूरी तरह से खड़ी है और किसी भी पीड़ित को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। सरकार की ओर से हर प्रकार की मदद कर रही है। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य शिविर का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी बाढ़ पीड़ितों को दवाएं मुहैया कराई जा रही है और पशुओं के लिए टीकाकरण के साथ-साथ भूसा व चारे की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा, हर दवा की बोतल एवं टेबलेट पर उसका नाम और विवरण स्पष्ट रूप से लिखा जाए ताकि बाढ़ पीड़ितों को दवाओं का सेवन करते समय किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। इसके अलावा प्रभारी मंत्री ने ग्राम प्रानपुर के पास स्थित आरसीसी सड़क को ऊंचा और मजबूत बनाने के निर्देश दिए, ताकि बाढ़ के पानी को रोकने में मदद मिल सके।
उन्होंने तहसीलदार को निर्देश दिए कि मेन रोड से ग्राम प्रानपुर जाने वाली सड़क का प्रस्ताव तैयार कर जिलाधिकारी के पास प्रस्तुत किया जाए, ताकि शासन से इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा जा सके। प्रभारी मंत्री ने तीनों ग्राम प्रधानों से राशन कार्ड की जानकारी ली और कहा कि सभी गरीब परिवारों को अंत्योदय कार्ड जारी किए जाएं, जबकि अमीर व्यक्तियों के राशन कार्ड को निरस्त किया जाए। इससे गरीब परिवारों को सही तरीके से लाभ मिल सके।
(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी
