

जयपुर, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । नगर निगम ग्रेटर की टीम शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने एवं स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में टॉप 3 में आने के लिए लगातार एक्शन मोड में कार्य कर रही है। मंगलवार को नगर निगम ग्रेटर की पूरी टीम फील्ड पर उतरी। सभी वार्ड ओआईसी ने आवंटित वार्ड की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। सभी ओआईसी ने सफाई कर्मचारियों की हाज़िरी, मुख्य मार्गों पर कचरा पात्र की स्थिति, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का फीडबैक, सफाई कर्मचारी प्रोपर यूनिफॉर्म में है या नहीं, कचरा डिपो की स्थिति, अवैध हॉर्डिंग-बैनर-पोस्टर, सी एंड डी वेस्ट, सार्वजनिक शौचालय की स्थिति सहित 20 बिंदुओं पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया।
आयुक्त ने बताया कि सफाई व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए और प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए 150 वार्ड ओआईसी बनाए गए हैं जो कि आवंटित वार्ड में प्रत्येक मंगलवार को प्रातः 7ः30 बजे से 9 बजे तक सफाई व्यवस्था का विभिन्न मापदंडों पर निरीक्षण करेंगे।
आयुक्त ने मंगलवार को मालवीय नगर जोन के वार्ड-147 में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। आयुक्त ने लक्ष्मीनगर तिराहा, टोंक रोड, सहकार मार्ग, बाईस गोदाम पुलिया सहित विभिन्न स्थानों की सफाई व्यवस्था को जांचा। सहकार मार्ग पर गंदगी पाए जाने पर सीएसआई पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही तत्काल सफाई करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने मुख्य मार्गों पर लगे हुए कचरा पात्रों की स्थिति को भी देखा। जहाँ कचरा पात्र टूटे हुए मिले, उन्हें बदलने एवं जहाँ कचरा पात्र कचरे से भरे हुए थे, उन्हें खाली करवाने के निर्देश दिए।
आयुक्त ने बताया कि शहर को स्वच्छ रखना हमारे लिए प्राथमिक कार्य है। तकनीक का उपयोग, प्रभावी मॉनिटरिंग, आमजन को समझाइश, धरातल पर सफाई, जन भागीदारी और जन जागरूकता से ही शहर स्वच्छ और सुंदर बन सकेगा।
आयुक्त के निर्देश पर मंगलवार को ग्रेटर क्षेत्राधिकार के 150 वार्डों में 150 वार्ड ओआईसी सुबह 7ः30 बजे से 9 बजे तक आवंटित वार्ड की सफाई व्यवस्था को परखने फील्ड पर उतरे। सीएसआई, एसआई, सफाई कर्मचारी, जोन उपायुक्त तो फील्ड में थे ही नवाचार के तहत मंगलवार को वित्तीय सलाहकार, उप विधि परामर्शी, उप नगर नियोजक, रजिस्ट्रार, एसीपी, पीआरओ, जेईएन, एईएन, एक्सईएन, राजस्व अधिकारी, राजस्व निरीक्षक सहित 150 अधिकारी-कर्मचारी भी 150 वार्डों की सफाई की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए फील्ड में उतरे। मौके पर जाकर स्वच्छता के विभिन्न मानकों को जाँचा। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था का आमजन से फीडबैक लिया। आमजन को गंदगी न फैलाने के लिए समझाइश की तथा मौके पर कैरिंग चार्ज भी वसूल किया।
इन बिंदुओं पर परखी सफाई व्यवस्था
वार्ड में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की निर्धारित ड्रेस-वर्दी एवं उपस्थिति का निरीक्षण। सफाई कर्मचारियों की निर्धारित सफाई बीट कार्य का निरीक्षण।
वार्ड में निरीक्षण के दौरान पाई गई गंदगी का निरीक्षण।
वार्ड में कचरे के ओपन डिपो की स्थिति एवं ओपन डिपो की समाप्ति एवं सौंदर्यीकरण का निरीक्षण । वार्ड में स्थित बैकलेन की सफाई की स्थिति एवं सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण। वार्ड में स्थित पार्कों में साफ-सफाई का निरीक्षण । वार्ड में पर्यटन स्थलों एवं पार्कों की साफ-सफाई का निरीक्षण।
वार्ड में स्थित कचरा पात्रों की स्थिति । नाले-नालियों पर जालियों की स्थिति। इन सभी बिंदुओं पर प्रत्येक वार्ड ओआईसी को जाँच कर रिपोर्ट बनानी होगी। रिपोर्ट के आधार पर वार्ड रैंकिंग भी की जाएगी।
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(Udaipur Kiran)
