Bihar

बिहार के मधेपुरा से थाना प्रभारी और बेगूसराय के डंडारी प्रखंड में कार्यरत सीओ को रिश्वत लेते निगरानी ने दबोचा

पटना, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) ।

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को मधेपुरा जिले के मिठाई थाना प्रभारी मितेंद्र प्रसाद मंडल को विजिलेंस की टीम ने 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। दूसरी ओर बेगूसराय जिले के डंडारी प्रखंड में तैनात राजस्व अंचला अधिकारी प्रखंड (सीओ) राजीव कुमार और वहां के डाटा एंट्री ऑपरेटर को दो लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

मधेपुरा जिले के मिठाई थाना थानाध्यक्ष पर आरोप है कि उन्होंने एक आपराधिक मामले को रफा-दफा करने और पीड़ित पक्ष के में समझौता कराने के एवज में 20 हजार रुपये की मांग की थी। शिकायत मिलने पर निगरानी विभाग ने योजना बनाकर कार्रवाई की। जैसे ही थाना प्रभारी ने तय राशि ली, विजिलेंस टीम ने उन्हें मौके पर ही धर दबोचा।

विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिक पूछताछ के बाद आरोपी थानाध्यक्ष को न्यायिक हिरासत में ले लिया गया और उन्हें पटना ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि यह मामला हाल ही में हुए एक लूटकांड से जुड़ा है, जिसमें शामिल एक आरोपी की मां पूनम देवी ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी।

पूनम देवी ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को साजिश के तहत फंसाया गया और केस खत्म करने के लिए पहले ही 2 लाख रुपये दिए गए थे। बावजूद इसके, उन्हें लगातार धमकाया जा रहा था और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। पूनम देवी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, विजिलेंस ने मंगलवार सुबह थानाध्यक्ष को रिश्वत लेते समय गिरफ्तार कर लिया।

दूसरी ओर बेगूसराय जिले के डंडारी ब्लॉक में तैनात राजस्व अंचला अधिकारी प्रखंड (सीओ) राजीव कुमार और वहां के डाटा एंट्री ऑपरेटर को निगरानी की टीम ने डंडारी ब्लॉक में जाल बिछाकर घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही सीओ राजीव कुमार और डाटा एंट्री ऑपरेटर कुंदन कुमार घूस के रूप में दो लाख रुपये पीड़ित शख्स से ले रहे थे, तभी निगरानी की टीम ने धावा बोल दिया और दोनों को रंगेहाथ धर दबोचा। पूछताछ के बाद दोनों को निगरानी की टीम अपने साथ पटना ले गई है।

निगरानी के डीएसपी अरुणोदय पाण्डेय ने बताया कि डंडारी थाना क्षेत्र के बांक निवासी परिवादी विजय कुमार चौरसिया ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी कि जमाबंदी कार्य के नाम पर सीओ राजीव कुमार ने 3 लाख रिश्वत की मांग की जा रही है। सत्यापन के क्रम में 2 लाख की रिश्वत की पुष्टि हुई।

इसके बाद निगरानी कांड संख्या 76/2025, को दर्ज की गई। छापेमारी के दौरान रिश्वत की रकम पहले डाटा ऑपरेटर कुंदन कुमार ने ली और फिर अंचल अधिकारी को सौंपी गई, जिसके बाद दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। फिलहाल निगरानी विभाग की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी

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