
-सोच, आंतरिक शक्ति, स्पष्ट जीवन दर्शन के प्रति छात्र हुए प्रेरित : सुष्मिता कानूनगो
प्रयागराज, 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । सनातन एकता मिशन के अध्यक्ष पं. अशोक कुमार पाठक ने विज्ञान और भगवद गीता के बीच सनातन एकता मिशन के गहन सामंजस्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सेवा, स्पष्टता और क्रिया में निहित जीवन का एक तरीका है।
जगत तारन गोल्डेन जुबिली स्कूल में मंगलवार को आत्मनिर्भरता और उद्देश्यपूर्ण जीवन को बढ़ावा देने के लिए ‘गीता में कल्पित कर्मयोग का विज्ञान’ पर एक दिवसीय प्रबोधक कार्यशाला का आयोजन किया। इस सत्र में सनातन एकता मिशन के अध्यक्ष पं. अशोक कुमार पाठक ने छात्रों को अनिर्णय से ऊपर उठने की प्रेरणा दी। उन्होंने एक स्पष्ट उद्देश्य और आत्म-चलित मानसिकता विकसित करने के लिए कर्मयोग-निःस्वार्थ क्रिया के मार्ग को अपनाने के महत्व पर जोर दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि अशोक पाठक ने सकारात्मक सोच, आंतरिक शक्ति और स्पष्ट जीवन दर्शन के प्रति छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला ने छात्रों को अपने जीवन में कर्मयोग के सिद्धांतों को लागू करने और आत्मनिर्भरता और उद्देश्यपूर्ण जीवन के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अंत में प्रधानाचार्या ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
