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अमेरिका में हिरासत में लिए गए अपने 300 नागरिकों को दक्षिण कोरिया चार्टर्ड विमान से स्वदेश लाएगा, विदेशमंत्री वाशिंगटन में

अमेरिका में हिरासत में लिए गए दक्षिण कोरिया के 300 नागरिकों को सोमवार को फोल्कस्टन (जॉर्जिया) में अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन हिरासत केंद्र में देखा गया। इनको हुंडई-एलजी एनर्जी सॉल्यूशन बैटरी प्लांट से हिरासत में लिया गया था।

सियोल (दक्षिण कोरिया), 09 सितंबर (Udaipur Kiran) । अमेरिका में दक्षिणी जॉर्जिया के हुंडई-एलजी एनर्जी सॉल्यूशन बैटरी प्लांट से आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के छापे में हिरासत में लिए गए लगभग 300 दक्षिण कोरियाई नागरिक एक चार्टर्ड विमान से स्वदेश लौटेंगे। यही नहीं, दक्षिण कोरिया अपने शीर्ष राजनयिक को भी अमेरिका भेज रहा है। इसका मकसद आव्रजन छापे को लेकर बढ़ते असंतोष को ऐसे संकट में बदलने से रोकना है, जो उसके सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी के साथ संबंधों को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकता है।

द कोरिया टाइम्स अखबार और सीएनएन चैनल की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, सियोल के अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री चो ह्यून सोमवार शाम स्थानीय समयानुसार वाशिंगटन डीसी के लिए रवाना हुए। इससे कुछ घंटे पहले सरकार ने घोषणा की कि पिछले गुरुवार को अमेरिका में हिरासत में लिए गए लगभग 300 दक्षिण कोरियाई नागरिक अमेरिका के साथ बातचीत के बाद एक चार्टर्ड उड़ान से कोरिया लौटेंगे।

कोरियन एयर ने मंगलवार को पुष्टि की कि एयरलाइन का एक बोइंग 747 विमान (बी 747-8I चार्टर्ड उड़ान) सियोल के पास इंचियोन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जॉर्जिया के हार्ट्सफील्ड-जैक्सन अटलांटा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रवाना होगी। कोरियन एयर के एक प्रवक्ता ने बताया कि विमान बिना किसी यात्री के रवाना होगा और इसमें 368 लोगों के बैठने की क्षमता है। दक्षिण कोरिया के नागरिकों को बेड़ियों में जकड़कर हिरासत में ले जाने की तस्वीरें पूरे देश में व्यापक रूप से प्रसारित हुई हैं। इससे अमेरिका के प्रति देश में असंतोष पनप रहा है।

इस प्रक्रिया में विदेशमंत्री की भूमिका क्या होगी, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन राष्ट्रपति ली जे म्युंग की सरकार देश में इस बात को लेकर पनप रहे असंतोष को जल्द से जल्द नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। रूढ़िवादी विपक्षी पीपुल्स पावर पार्टी के प्रवक्ता सोंग इऑन-सियोग आमतौर पर अमेरिका के पक्ष में बोलते हैं मगर उन्होंने भी इस छापे को अभूतपूर्व कूटनीतिक आपदा कहा है । सियोग ने कहा, यह संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया के प्रति अपने कूटनीतिक असंतोष को सबसे कड़े शब्दों में व्यक्त करना है। ली को स्पष्ट रूप से बताना होगा कि यह कूटनीतिक विफलता कहां से शुरू हुई।

दक्षिण कोरिया की प्रोग्रेसिव पार्टी के नेता किम जे-योन ने इस छापेमारी को विश्वासघात बताया है। किम ने कहा कि ट्रंप को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने का वादा करना चाहिए। राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी आव्रजन छापे में हिरासत में लिए गए सैकड़ों कोरियाई कामगारों के लिए वह गहरी जिम्मेदारी महसूस करते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सियोल-वाशिंगटन सहयोग में योगदान देने वालों की वैध गतिविधियों में अनुचित रूप से बाधा नहीं डाली जानी चाहिए। ली ने कैबिनेट बैठक में यह टिप्पणी की।

उन्होंने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने और वीजा संबंधी उपायों में उचित सुधार लाने के लिए वाशिंगटन के साथ मिलकर काम करने का वादा किया। ली ने संबंधित मंत्रालयों को आदेश दिया कि वे हिरासत में लिए गए सभी लोगों के सुरक्षित घर लौटने तक स्थिति पर कड़ी नजर रखें। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कर्मचारियों को जॉर्जिया के फोल्कस्टन स्थित एक हिरासत केंद्र में रखा गया है।

वाशिंगटन स्थित कोरियाई दूतावास में महावाणिज्य दूत चो की-जोंग के नेतृत्व में एक कार्यबल हिरासत में लिए गए कर्मचारियों से मिल रहा है। अधिकांश कर्मचारियों ने स्वदेश लौटने की इच्छा जताई है। मंत्रालय ने कहा कि कोरियाई नागरिक स्वैच्छिक प्रस्थान के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका छोड़ेंगे, एक ऐसी प्रक्रिया जो आव्रजन बंदियों को अपनी इच्छा से लौटने की अनुमति देती है और अक्सर उन्हें औपचारिक निर्वासन आदेश से मुक्त कर देती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री चो ह्यून हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की वापसी को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार रात (स्थानीय समय) वाशिंगटन पहुंच गए हैं।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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