रांची, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार को अपना सिंबल बनाने वाली भाजपा को अपने नेताओं के दामन के काले धब्बे देखना चाहिए।
यह बातें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सोनाल शांति में सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बाबूलाल मरांडी की ओर से घोटाले का सरगना कहे जाने पर कहा कि भाजपा शासित राज्य भ्रष्टाचार और अपराध के संगम का प्रतीक चिन्ह बन चुके हैं और इन राज्यों के मुख्यमंत्री, अधिकारियों को सीधा संरक्षण प्रधानमंत्री का प्राप्त है जो भाजपा शासित राज्य में केंद्रीय एजेंसियों की इंट्री नहीं होने देते।उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों की श्रेणी इस मामले में अव्वल नंबर पर है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में पांच वर्षों तक रघुवर दास के शासनकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार पर बाबूलाल मरांडी सवाल खड़ा करते रहे और भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें क्लीन चिट दे देते हैं। बाबूलाल मरांडी डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) घोटाले के संबंध में जिस समयकाल की बात कर रहे हैं उस समय बोकारो जिले के सांसद और विधायक भाजपा के थे।
बाबूलाल मरांडी अपने ही सांसदों विधायकों के चरित्र पर उंगली उठा रहे हैं और उन्हें भ्रष्ट घोषित कर रहे हैं, उन्हें अपने सांसदों विधायकों से सवाल पूछना चाहिए। भाजपा के शासनकाल में मनरेगा घोटाला, टी-शर्ट घोटाला और ग्लोबल सबमिट के नाम पर हुए घोटाले को जनता भूली नहीं है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
