Uttar Pradesh

अल्पसंख्यक समाज अब केवल वोट बैंक बनकर नहीं रहेगा: ओमप्रकाश राजभर

मौलानाओं के साथ सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर

लखनऊ, 08 सितम्बर (Udaipur Kiran) । सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को लखनऊ मेें मु​स्लिम समाज के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। जिसमें अल्पसंख्यक अधिकारों, शिक्षा सुधार और राजनीतिक जागरूकता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में राजभर ने कहा कि “अल्पसंख्यक समाज अब केवल वोट बैंक बनकर नहीं रहेगा। अब समय आ गया है कि आप अपने अधिकारों और सम्मान के लिए सजग होकर खड़े हों। लोकतंत्र तभी मजबूत होगा, जब हर वर्ग की बराबर और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।”

शिक्षा पर विशेष जोर देते हुए राजभर ने कहा कि “गरीब बच्चे पैसों की कमी से पढ़ाई न छोड़ें, इसके लिए सरकार ने अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति का बजट 200 करोड़ से बढ़ाकर 350 करोड़ कर दिया है। हमारी कोशिश है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।” उन्होंने आगे कहा कि “हम अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय की स्थापना करेंगे, ताकि आपके बच्चों को भी उच्च शिक्षा के वही अवसर मिलें जो बड़े शहरों और बड़े घरों के बच्चों को मिलते हैं।”

मदरसों की शिक्षा पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि “हम मदरसों में समान शिक्षा लागू करेंगे। बच्चा चाहे मदरसे में पढ़े या किसी कॉन्वेंट स्कूल में, उसके ज्ञान और भविष्य में कोई फर्क नहीं होना चाहिए। साथ ही, सरकार ने निर्णय लिया है कि मदरसों और अल्पसंख्यक संस्थानों में शिक्षकों की नियुक्ति अब आयोग के माध्यम से होगी। इससे न तो पक्षपात होगा और न ही भाई-भतीजावाद, बल्कि योग्य और ईमानदार शिक्षक वहां पहुंचेंगे।”

बैठक में मौजूद प्रतिनिधियों ने भी अपनी चिंताएं रखीं और शिक्षा, रोजगार तथा समान अवसर पर बल दिया। इस पर राजभर ने आश्वासन दिया कि “हमारी पार्टी और सरकार हर वर्ग की आवाज़ को मंच तक पहुंचाएगी और उसे नीतियों में उतारेगी। आपकी समस्याएं हमारी जिम्मेदारी हैं।”

राजभर ने अंत में कहा कि “आने वाला समय जागरूकता और समान अधिकारों का है। अब आपको उन दलों से बचना होगा जो सिर्फ चुनाव के समय आपसे प्यार जताते हैं और जीतने के बाद आपको भूल जाते हैं। हमारी लड़ाई आपके अधिकार और सम्मान के लिए है और इसमें किसी समझौते की गुंजाइश नहीं है।”

बैठक में मौलाना मोहम्मद आज़म हशमती, मौलाना इरशाद सक़ाफी, मौलाना इंतजार अहमद, मौलाना बदरुद्दीन मिस्बाही, मौलाना मसूद आलम, मौलाना अबू बकर (अयोध्या), मौलाना जमाल अख्तर सदफ, मौलाना जमील, मौलाना हामिद, मौलाना इज़हार, मौलाना फ़राज़, मौलाना सलीम अख्तर, मौलाना इरशाद, मौलाना सलीम, मौलाना कमर हुसैन, मौलाना अज़मत, मौलाना जावेद रज़ा, मौलाना हसन और मौलाना जमील प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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