कोलकाता, 08 सितम्बर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के विधायक नौसाद सिद्दीकी ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौकत मोल्ला के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है। मामला कोलकाता के बैंकशाल अदालत में दर्ज कराया है।
आईएसएफ विधायक ने आरोप लगाया कि कैनिंग पूर्व से तृणमूल विधायक साैकत मोल्ला ने उन पर भाजपा से पैसे लेने और तृणमूल के खिलाफ काम करने का झूठा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि मोल्ला ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था और यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कैबिनेट में उन्हें मंत्री पद दिलाया जाएगा।
मामला दर्ज कराने के बाद मीडिया से बात करते हुए सिद्दीकी ने कहा, साैकत मोल्ला ने कहा कि मैंने भाजपा से 30 करोड़ रुपये लिए हैं। यह आरोप पूरी तरह झूठा है और मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है। मैं उनकी भाषा में जवाब नहीं दूंगा। मैंने कानूनी रास्ता चुना है। उन्हें अदालत में साबित करना होगा कि मैंने कब और कहां भाजपा से पैसे लिए। यहां तक कि यह भी बताना होगा कि लेन-देन 500 रुपये के नोट में हुआ था या किसी और तरीके से।
गौरतलब है कि, नाैसाद सिद्दीकी 2021 के विधानसभा चुनाव में भांगड़ सीट से विधायक चुने गए थे। दक्षिण 24 परगना जिले की 31 सीटों में तृणमूल कांग्रेस ने 30 सीटें जीती थीं, जबकि आईएसएफ को केवल भांगड़ से जीत मिली थी। तभी से जिले में तृणमूल और आईएसएफ के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है, जिसमें कई बार हिंसक झड़पें भी हुईं। 2023 के पंचायत चुनाव में यह टकराव और तेज हो गया था।
सिद्दीकी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने कई बार उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया, लेकिन उन्होंने हर बार इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, भाजपा ने 2021 में 77 सीटें जीती थीं, लेकिन तृणमूल को उनसे कोई समस्या नहीं है। पर आईएसएफ की एक सीट उन्हें खटक रही है। मुझे पहले जोड़ा नहीं पाया तो झूठे केस में जेल भेजा गया। 42 दिन जेल में रहा, फिर 24 घंटे की जेल भी भुगती। अब सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। यह सब मुझे राजनीतिक रूप से हराने में नाकामी के बाद सामाजिक रूप से अपमानित करने की साजिश है।
सिद्दीकी फिलहाल पश्चिम बंगाल विधानसभा में आईएसएफ के एकमात्र विधायक हैं और लगातार तृणमूल कांग्रेस, खासकर सौकत मोल्ला के साथ टकराव की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं।———————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
