
मुंबई, 08 सितंबर (Udaipur Kiran) । मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल ने सोमवार को कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार ने मराठा समुदाय को जल्द कुनबी प्रमाण पत्र देना शुरु नहीं किया तो वे फिर से आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि 17 सितंबर, जिसे मराठवाड़ा मुक्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है, उससे पहले हैदराबाद राजपत्र के प्रावधानों के तहत मराठा समुदाय को कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी करना शुरू किया जाना चाहिए।
मनोज जारांगे आज जालना जिले में स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुंबई में उनके आंदोलन के बाद सरकार ने उनकी छह माँगें मान ली हैं, जिनमें हैदराबाद राजपत्र को लागू करना भी शामिल है। इस बारे में एक आधिकारिक आदेश जारी किया गया था। लेकिन इन मांगों को लागू करने में सरकार देरी कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार में शामिल कुछ लोग इस सरकारी आदेश को अदालत में चुनौती देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी आदेश में कुछ भी बदलाव किया गया तो वे भी अदालत में ओबीसी आरक्षण को चुनौती देंगे।
उल्लेखनीय है कि मनोज जारांगे मुंबई के आजाद मैदान में आंदोलन समाप्त होने के बाद सीधे संभाजीनगर जिले के गैलेक्सी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। आज गैलेक्सी अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने के बाद वे अपने मूलगांव जालना जिले में पहुंचे। इसके बाद पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और कैबिनेट उपसमिति के अध्यक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल पहले ही सार्वजनिक रूप से राजपत्र के कार्यान्वयन की पुष्टि कर चुके हैं। उन्होंने कहा, उन्हें अब बिना किसी देरी के अपने आदेश पर अमल शुरू करना चाहिए। अन्यथा, हम दशहरा रैली के बाद फिर से आंदोलन का रास्ता अपनाएँगे।
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(Udaipur Kiran) यादव
