कोलकाता, 08 सितम्बर (Udaipur Kiran) देश के वरिष्ठ पत्रकार शंकर्शन ठाकुर के निधन पर सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा दुख जताया। ठाकुर का सोमवार को 63 साल की उम्र में गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। उनकी हाल ही में सर्जरी हुई थी। उनके निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि ठाकुर समकालीन राजनीतिक इतिहास पर लिखने वाले एक प्रतिभाशाली और विशिष्ट पत्रकार थे। उन्होंने उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति संवेदना प्रकट की।
1962 में, बिहार में जन्में शंकर्शन ठाकुर अपनी तीखी राजनीतिक विश्लेषण शैली और जमीनी पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे। बिहार की राजनीति पर उनकी पकड़ अद्वितीय मानी जाती थी। उनकी प्रमुख किताबों में मेकिंग ऑफ लालू यादव: द अनमेकिंग ऑफ बिहार, सिंगल मैन: द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ नीतीश कुमार ऑफ बिहार और द ब्रदर्स बिहारी शामिल हैं।
2001 में उन्हें राजनीतिक पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रेम भाटिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मणिपुर में 2001 में नागा उग्रवादी संगठन एनएससीएन-आईएम से युद्धविराम समझौते के विस्तार के बाद भड़की हिंसा पर उनकी ग्राउंड रिपोर्टिंग काफी चर्चित रही थी।———————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
