श्रीनगर, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के लगातार बंद रहने और मुगल रोड पर कथित कुप्रबंधन के कारण कश्मीर घाटी में मटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इससे मटन की भारी कमी हो गई है और लोगों को शादी समारोह स्थगित करने पड़ रहे हैं।
मटन डीलर्स एसोसिएशन के अनुसार मटन की अनुपलब्धता के कारण घाटी में होने वाली 150 से ज़्यादा शादियाँ स्थगित करनी पड़ीं। एसोसिएशन के महासचिव मेहराजुद्दीन गनई ने कहा कि स्थिति चिंताजनक हो गई है और अगर एक दिन के भीतर घाटी में पशुओं की आपूर्ति नहीं पहुँची तो मंगलवार से मटन की उपलब्धता शून्य हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों में फंसे हुए ट्रकों में कम से कम 400 भेड़ें मर चुकी हैं। इन मौतों का कारण लंबे समय तक रुकना, भोजन-पानी की कमी और वाहनों के अंदर दम घुटना बताया गया है।
हालाँकि सरकार का कहना है कि आवश्यक आपूर्ति मुगल रोड के रास्ते की जा रही है, व्यापारियों ने आरोप लगाया कि यातायात पुलिस नियमों का उल्लंघन कर रही है और अनावश्यक रुकावटें पैदा कर रही है। गनई ने कहा कि लखनपुर से ही ट्रकों को नौशेरा, सारनकोट और पुंछ सहित कई जगहों पर रोका जाता है। उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति देने से पहले कई दिनों तक इंतज़ार कराया जाता है जिससे बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हो जाती है और आर्थिक नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि भेड़-बकरियों से लदे ट्रक कई जगहों पर लगातार तीन-चार दिनों तक फंसे रहते हैं। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि बार-बार अनुरोध के बावजूद अधिकारी सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं।
मटन डीलर्स एसोसिएशन ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और पशुओं के ट्रकों की कश्मीर में बिना किसी परेशानी के आवाजाही सुनिश्चित करने की अपील की है ताकि और नुकसान को रोका जा सके और बाज़ार में आपूर्ति स्थिर रहे।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
