
वाराणसी, 07 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 75वीं वर्षगांठ रविवार शाम को पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। त्रिशक्ति सेवा फाउंडेशन एवं हिंदू युवा वाहिनी वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में मैदागिन स्थित गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में वंदेमातरम राष्ट्रीय गीत दिवस के अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए ‘एक शाम देश के महान क्रांतिकारियों के नाम’ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी महाराज उपस्थित रहे।
हिंदू युवा वाहिनी के मंडल प्रभारी अंबरीश सिंह भोला ने बताया कि मैदागिन स्थित गुरु गोरक्षनाथ मठ में ‘एक शाम देश के महान क्रांतिकारियों के नाम कार्यक्रम का भव्य आयोजन भी किया गया। देश के लिए बलिदान देने वाले भारत माता के सपूतों को याद किया गया और उनके परिवार के सदस्यों का सम्मान किया गया। इसमें शहीद चंदन राय,राजाराम यादव,दीपक वर्मा के परिजनों के साथ कारगिल योद्धा अजय सिंह को सम्मानित किया गया। इस दौरान गायक ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति कर समां बांध दिया। देशभक्ति गीतों ने लोगों में नई ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम में महंत शंकरपुरी महाराज ने सात सितम्बर को राष्ट्रीय गीत दिवस घोषित करने की मांग की। गौरतलब हो कि 07 सितम्बर 1950 को पहली बार बंकिम चंद चटर्जी के लिखे गीत को संसद में गाया गया था। इसके पहले वंदे मातरम गीत पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में गाया गया था। 1950 में वंदे मातरम राष्ट्रीय गीत और जन गण मन राष्ट्रीय गान बना ।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
