Assam

अधिवक्ता परिषद असम प्रांत का स्थापना दिवस सम्पन्न, अश्विनी कुमार उपाध्याय ने रखे विचार

गुवाहाटी, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद, असम प्रांत के स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र के डॉ. बाणीकांत काकोती सभागृह में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय था “भारतीय न्याय व्यवस्था।”

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उच्चतम् न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी कुमार उपाध्याय उपस्थित रहे। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 355 के साथ-साथ अनुच्छेद 25 से 30 तक का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया। अनुच्छेद 355 की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि सर्बानंद सोनोवाल के आईएमडीटी मामले की सही समझ आज तक आम जनता तक नहीं पहुंच पाई है। साथ ही, उन्होंने नव लागू भारतीय न्याय संहिता में और भी आवश्यक प्रावधानों को शामिल करने का सुझाव दिया।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के असम क्षेत्र के बौद्धिक प्रमुख और प्रख्यात लेखक शंकर दास कलिता ने अधिवक्ता परिषद के संस्थापक तथा महान चिंतक दत्तोपंत ठेंगड़ी के जीवन और योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ठेंगड़ी ने अधिवक्ता परिषद, भारतीय मजदूर संघ और भारतीय किसान संघ जैसी संस्थाओं की स्थापना कर संपूर्ण जीवन देश सेवा में समर्पित किया।

इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद असम प्रांत के संगठन उपाध्यक्ष बंकिम शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में उपाध्यक्ष अनुराधा गायन, कई वरिष्ठ अधिवक्ता, गुवाहाटी के विभिन्न विधि महाविद्यालयों के प्राध्यापक-प्राध्यापिकाएं, विद्यार्थी और अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का समापन परिषद की संपादिका जयश्री बैश्य के धन्यवाद् ज्ञापन के साथ हुआ।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

Most Popular

To Top