
जींद, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा द्वारा रविवार को श्री श्याम गार्डन में उतर भारत स्तरीय विवाह योग्य परिचय सम्मेलन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में 17 राज्यों के 1250 से ज्यादा
युवा अपने जीवनसाथी की तलाश में पहुंचे। विदेशों से भी विवाह योग्य युवाओं ने समारोह में शिरकत की। इस सम्मेलन में तीन राज्यों के मंत्री व विधायक अतिथिगण के तौर पर उपस्थित रहे। समारोह में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल व पंजाब के कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल ने मुख्यअतिथि के तौर पर शिरकत की। उत्तर प्रदेश की बदायूं विधानसभा से विधायक महेश चंद्र गुप्ता अति विशिष्ट अतिथि रहे। इसके साथ-साथ देश प्रदेश से अग्रवाल समाज के कई राष्ट्रीय नेता भी समारोह में पहुंचे। इस समारोह का आयोजन अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार गोयल की देख रेख में किया गया। अध्यक्ष राजकुमार गोयल ने मंच से प्रस्ताव रखा कि विवाह योग्य प्रत्याशियों का आंकड़ा जानने और उनको रिश्ते के उचित अवसर प्रदान करने के लिए देश में रिश्ता आयोग गठित किया जाए। आज हर समाज में कुंवारे लड़के व लड़कियों की उम्र 30-30, 35-35 साल तक पहुंच गई हैं लेकिन विवाह योग्य प्रत्यशियों के रिश्ते नहीं हो पा रहे हैं। रिश्ते करवाने के मामले में समाज के मध्यस्थत लोगों ने भूमिका निभाई। वहीं दूसरा प्रस्ताव पारित किया गया कि अग्रसेन जयंती को देश का राष्ट्रीय पर्व घोषित किया जाए। अग्रवाल समाज पिछले लंबे समय से अग्रसेन जयंती को देश का राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग को लेकर संघर्षरत है।
तीनों प्रस्तावों का समर्थन किया
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने अग्रवाल समाज द्वारा रखे गए तीनों प्रस्तावों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर पर पूरा करवाने का हर सम्भव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अग्रवाल समाज हर जगह निर्णायक भूमिका में होता है इसलिए समाज को अपनी ताकत को पहचान कर राजनीति में भी आगे आना होगा। उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि वे समाजसेवा के साथ साथ अब राजनीति में भी कदम रखे। वही पंजाब के कैबीनेट मंत्री बरिंदर गोयल ने कहा कि समाज को सचेत व जागरूक रहने का संदेश दिया। उन्होने कहा कि बिचौलियों की भूमिका खत्म होने की वजह से आज परिचय सम्मेलन समाज में एक बड़ी जरूरत बन गई है। समाज में टूटते रिश्तों को बचाने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
