
– चंद्र ग्रहण के कारण सुबह-शाम श्रद्धालुओं ने किया विशेष पूजन
मीरजापुर, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । भाद्रपद पूर्णिमा तिथि पर रविवार को विंध्याचल धाम में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। मां विंध्यवासिनी के दरबार में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गंगा स्नान के बाद भक्तों ने मंदिर पहुंचकर मंगला आरती में सहभाग किया। पूरे दिन मंदिर प्रांगण “जय मां विंध्यवासिनी” के जयकारों, घंटे-घड़ियाल और शंखध्वनि से गूंजता रहा।
पूर्णिमा से एक दिन पूर्व से ही भक्तों का विंध्याचल पहुंचना शुरू हो गया था। सभी धर्मशालाएं और होटल श्रद्धालुओं से भर गए। रविवार की भोर से ही श्रद्धालु नारियल, चुनरी, माला, रोली, रक्षा, दाना व कपूर से सजी डलिया लेकर मां के दरबार पहुंचे। छत पर विधिवत पूजन-अनुष्ठान और गुंबद की परिक्रमा अनवरत चलती रही।
भक्तों ने झांकी, प्रथम व द्वितीय गणेश द्वार से गर्भगृह तक पहुंचकर शीश नवाया और मंगलकामनाएं कीं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु कालीखोह व अष्टभुजा देवी के मंदिरों में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। पूजन के बाद महिलाओं व पुरुषों ने विन्ध्य की गलियों में सजी दुकानों से आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी भी की।
चंद्र ग्रहण के कारण रात्रि 9:30 बजे तक ही दर्शन-पूजन का क्रम चला। इस दौरान धाम में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। श्री विंध्य पंडा समाज के उपाध्यक्ष प्रहलाद मिश्रा, मंत्री भानु पाठक सहित पंडा समाज पदाधिकारी व पुलिस प्रशासन लगातार मुस्तैद रहे।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
