
मंडी, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राकेश जम्बाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल के कर्मचारियों को ओपीएस का झुनझुना दिखाकर सत्ता हथियाई थी, लेकिन आज सत्ता में आते ही उसी वर्ग को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है। हायर ग्रेड-पे की अधिसूचना को अचानक वापस लेकर सरकार ने प्रदेश के लगभग 20,000 से 25000 कर्मचारियों की तनख्वाह में 5 से 15 हजार रुपए तक की सीधी कटौती कर दी है। यह निर्णय साबित करता है कि यह सरकार केवल वादे करने और फिर उनसे पलटने की राजनीति करती है।
जम्बाल ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र अब किसी से छिपा नहीं है। यह सरकार केवल कर्मचारियों के ही नहीं, बल्कि हर वर्ग की विरोधी बन चुकी है। किसान से लेकर बागवान, महिला से लेकर व्यापारी, नौजवान से लेकर बुजुर्ग तक—हर कोई आज सुक्खू सरकार की नीतियों से त्रस्त है। कांग्रेस ने “गारंटी” का झूठा सपना दिखाकर जनता को बरगलाया और सत्ता में आते ही एक-एक गारंटी का गला घोंटना शुरू कर दिया। आज हालत यह है कि इनकी गारंटी सिर्फ झूठ और धोखे की गारंटी बनकर रह गई है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हायर ग्रेड-पे के फैसले ने सरकारी दफ्तरों में असमंजस और असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है। कर्मचारियों का विश्वास टूट चुका है। यह वही कर्मचारी हैं जो प्रदेश की रीढ़ की हड्डी हैं, और कांग्रेस इन्हीं के खिलाफ कटु निर्णय लेकर उनके मनोबल को तोड़ रही है। राकेश ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि आज तक ऐसा कोई निर्णय नहीं है जो उन्होंने लिया हो और विवादों में न घिरा हो। हर फैसले ने सरकार की नीयत और क्षमता पर सवाल खड़े किए हैं। इससे साफ झलकता है कि मुख्यमंत्री प्रशासनिक दृष्टि से बेहद कमजोर हैं।
उन्होंने कहा कि सुक्खू कभी किसी बड़े प्रशासनिक या संवैधानिक पद पर नहीं रहे, इसलिए शासन और प्रबंधन का अनुभव इनके पास शून्य है। यही कारण है कि बिना सोचे-समझे, बिना दूरगामी परिणामों का आकलन किए, ये लगातार ऐसे बेतुके निर्णय लेते हैं जो कर्मचारियों और जनता दोनों पर भारी पड़ रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
