Madhya Pradesh

(अपडेट) उज्जैनः लापता दो पुलिसकर्मियों और कार का पता अभी तक नहीं चला

लापता पुलिसकर्मी

उज्जैन, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा का निधन हो गया है। एसआई निनामा और महिला कांस्टेबल पाल की मौत की आशंका जताई जा रही है और उनकी कार भी लापता है। बडऩगर रोड के बड़े पुल से उफनती शिप्रा नदी में उनकी कार गिर गई थी।

दरअसल, उज्जैन के बडऩगर रोड स्थित बड़े पुल से शनिवार रात उफनती शिप्रा नदी में कार गिरने के हादसे में उन्हेल टीआई अशोक शर्मा का निधन हो गया। एसआई मदनलाल निनामा और महिला कांस्टेबल आरती पाल लापता है। रविवार दोपहर १२ बजे तक कार का भी पता नहीं चला है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जूना सोमवारिया की ओर से सफेद होंडा अमेज कार में सवार उन्हेल टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला कांस्टेबल आरती पाल एक नाबालिग के अपहरण मामले की तफ्तीश कर उन्हेल लौट रहे थे। उनकी कार जूना सोमवारिया होते हुए बडऩगर रोड स्थित बड़े पुल के ऊपर से गुजर रही थी। तेज रफ्तार कार जब पुल के एकदम बीच में पहुंची तो अनियंत्रित होकर नदी में सुनहरी घाट की तरफ जा गिरी।

जिस वक्त कार गिरी उस समय नदी में तेज उफान था और पानी छोटी रपट से छह फीट ऊपर बह रहा था। चूंकि बारिश के कारण पुल पर महाकाल थाने का बल तैनात था तो उसने तत्काल कार गिरने की सूचना कंट्रोलरूम पर दी। अनंत चतुर्दशी जुलूस व्यवस्था की ब्रीफिंग के लिए देवासगेट पर मौजूद एसपी प्रदीप शर्मा और प्रशासन की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और कार की तलाश शुरू करवाई। एसडीईआरएफ के जवान बोट लेकर उफनती शिप्रा में उतरे लेकिन रात से लेकर सुबह तक कार और इसमें सवार लोगों का पता नहीं चला। इस बीच भोपाल से एनडीआरएफ की टीम भी उज्जैन पहुंच गई और तलाश करती रही। भैरवगढ़ पुल के पास पुलिस वर्दी में शव नदी में दिखा तो लाश बाहर निकाली। पहचान उन्हेल टीआई अशोक शर्मा के रूप में हुई। शर्मा की मृत्यु की पुष्टि होते ही पुलिस महकमे में शोक फैल गया। एडीजी पी उमेश जोगा खुद मौके पर पहुंचे। इस बीच टीआई के पुत्र मौके पर पहुंचे और गश खाकर गिर पड़े। पूर्वाह्न करीब ११.३० बजे सुलियाखेड़ी के पास एक और शव मिला। पहले इस शव के निनामा के होने की चर्चा चली। हालांकि बाद में यह किसी और का निकला।

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला कांस्टेबल आरती पाल के साथ एक नाबालिग की तलाश में उज्जैन आए थे। वह यहां से बडऩगर पुल होते हुए वापस उन्हेल जा रहे थे। आशंका है कि इसी बीच कार अनियंत्रित हो गई और नदी में जा गिरी। अनियंत्रित होने का कारण कार की बरामदगी के बाद पता चलेगा। कार की मिस हैडलिंग की गई या कोई मैकेनिकल फॉल्ट था। कार आरती पाल की थी।

शिप्रा के बड़े पुल से कार गिरने में दुर्घटना के शिकार उन्हेल टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल और कांस्टेबल आरती पाल एक गुमशुदा नाबालिग की तलाश में उज्जैन आए थे। इसी सिलसिले मेें वे चिंतामन के पास गुराडिय़ा सांगा गांव जा रहे थे और रास्ते में हादसा हो गया। टीआई शर्मा का शव सबसे पहले भैरवगढ़ पुल के पास से मिला। मदनलाल व आरती पाल की तलाश में एनडीआरएफ की टीम लगी है। घटना रात करीब 9 बजे की है। उस वक्त प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी मिली थी कि सफेद रंग की क्रेटा कार शिप्रा नदी के बड़े पुल (बडऩगर की ओर जाने वाले पुराने हिस्से) से नीचे सुनहरी घाट की ओर गिरी है। देर रात तक सर्चिंग चली लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। पुलिस सूत्रों के मुतबिक देर रात पुलिस को यह सूचना मिली थी कि उन्हेल टीआई भी सफेद रंग की कार से दो सदस्यों के साथ निकले हैं। वे लौटे नहीं हैं और मोबाइल भी बंद आ रहे थे। इस आधार पर पुलिस को सुराग तो रात में ही मिल गया लेकिन क्रेटा कार के कारण स्थिति उलझनपूर्ण थी। क्योंकि टीआई शर्मा जिस कार से आए थे वो सफेद रंग की ओमेज मॉडल था।

रात करीब डेढ़ बजे तक सर्चिंग में कुछ हाथ नहीं लगा तो अभियान रोक दिया गया। फिर सुबह ६ बजे दोबारा अभियान शुरू हुआ। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम बोट और ड्रोन से कार सर्चिंग में लग गए। सुबह करीब आठ बजे पुलिस के भैरवगढ़ पुलिस के पास पुलिस वर्दी में लाश मिलने की सूचना मिली। ये लाश टीआई शर्मा की थी, जिससे यह पुष्टि हो गई कि जो कार नदी मेें गिरी थी वो उन्हेल पुलिस टीम की थी। इसके बाद पुलिस विभाग में भी शोक का माहौल हो गया। साथियों की तलाश में और तेजी लाई गई। घटना स्थल बड़े ब्रिज के नीचे से लेकर आगे मंगलनाथ, भैरवगढ़ घाट तक सर्चिंग अभियान तेजी से चला। एसआई मदनलाल और आरती व कार की तलाश में पुलिस जुटी थी। दुर्घटनाग्रस्त कार होंडा अमेज आरती पाल की थी। घटना के वक्त कार भी वही ड्राइव कर रही थी। साइड सीट पर एसआई मदनलाल और पीछे टीआई शर्मा बैठे थे। बताया जाता है कि आरती विवाहित हैं और बेहतर पुलिसिंग के लिए उन्हेें हाल में एसपी द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है। सब इंस्पेक्टर अशोक शर्मा पिता स्व. महेंद्रपाल शर्मा मूल रूप से उप्र के बुलंदशहर जिले के रसीदपुर के रहने वाले थे। फिलहाल परिवार उज्जैन में रहता है। १८ जून २०२४ से उन्हेल में पदस्थ थे और थाना प्रभारी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे थे। आरक्षक के रूप में १९८८ मेें पुलिस विभाग में पोस्टेड हुए शर्मा इंवेस्टिगेशन एक्सपर्ट माने जाते थे इस कारण अधिकारियों के प्रिय थे। उनके भाई दिनेश शर्मा भी पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर हैं। वे देवास जिले के विजयगंज थाने में पदस्थ हैं। घटना में मृत एसआई मदनलाल पिता स्व. कानजी निनामा रतलाम के सैलाना निवासी थे। वे २० अगस्त २३ को उन्हेल पदस्थ हुए थे।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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