

रामगढ़, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री दशलक्षण महापर्व के अंतिम दिन शनिवार को मेन रोड स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर और रांची रोड स्थित पारसनाथ जिनालय में शनिवार को अनंत चर्तुदशी का पर्व धूमधाम से मनाया गया।
प्रातः काल से ही बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग दोनों जिनालयों में पहुंचे। पंडित निवेश शास्त्री के सानिध्य में दैनिक जलाभिषेक, शांतिधारा और अनंत चर्तुदशी से संबंधित पूजन शुरू हुई। इस दौरान प्रथम जलाभिषेक का सौभाग्य मांगीलाल जैन, अशोक चूड़ीवाल, विद्या प्रकाश, पद्मम जैन छाबड़ा परिवार, अरुणा जैन सहित अन्य को प्राप्त हुआ। वहीं, शांतिधारा का सौभाग्य पुष्पा जैन, अजमेरा परिवार, मयंक जैन, अनुष्का जैन परिवार, ललिता जैन रावका परिवार राजेंद्र जैन और सरिता देवी भागलपुर निवासी को प्राप्त हुआ।
आत्मा में रमण करना ब्रह्मचर्य है
उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के बारे में जानकारी देते हुए अध्यक्ष राजेंद्र चूड़ीवाल ने बताया कि आत्मा में रमण करना ब्रह्मचर्य है। रागोत्पादक साधनों के होने पर भी उन सब से विरक्त होकर आत्मोन्मुखी बने रहना उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म है। वहीं, सचिव योगेश सेठी ने बताया कि समाज के कई सदस्यों ने अलग-अलग प्रकार के व्रतो का अनुसरण किया है। दो सदस्य पुष्पा सेठी और निशा बगड़ा के दशलक्षण व्रत आज पूर्ण कर लिए हैं। रविवार को प्रातः वे श्री जी के सम्मुख हाथ जोड़कर अपनी भक्ति निवेदित करेंगी। साथ ही 8 सितंबर को दशलक्षण महापर्व के समापन पर सभी व्रतियों का सम्मान कर एक विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी। उपरोक्त जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी श्रवण जैन ने दी।
—————
(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
