
-गांव दर गांव खोले गए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल
जींद, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि अगस्त माह के अंतिम दिनों में प्रदेश में भारी बरसात हुई है। इसके अलावा प्रदेश से लगते पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्यों में बाढ़ की भयानक स्थिति बनी हुई है। जिसका असर हरियाणा में भी हुआ है। फिर भी सरकार एवं प्रशासन की चौकसी एवं बेहतर बचाव तथा राहत कार्यों से दूसरे प्रदेशों की अपेक्षा हरियाणा में काफी राहत महसूस की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं बरसात से उत्पन्न स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उन्हीं के निर्देशानुसार संबंधित विभागों द्वारा नहरों, माइनरों तथा राजबाहों की सुरक्षा के साथ-साथ खेतों में जलभराव की तुरंत निकासी करवाई गई है। यह कार्य अभी भी युद्ध स्तर पर जारी है। ऐसी आबादी जहां बरसाती पानी का ठहराव हुआ है उस इलाके से लोगों को दुसरे सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है।
कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी शनिवार को स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि प्रदेश में भारी बरसात से हुए फसल, रिहायशी एवं पशुधन के नुकसान की सरकार द्वारा मुआवजा के तौर पर पूरी भरपाई की जाएगी। किसान, गरीब मजदूर तथा अन्य बरसात से प्रभावित लोग आपसी भाईचारा बना कर रखें तथा बरसात के कारण हुए नुकसान के प्रति चिंता न करें। राज्य सरकार प्रदेश के सभी प्रभावित इलाकों में हुई क्षति पर निगरानी कर रही है और इसके लिए गांव दर गांव तथा शहर में वार्ड स्तर पर ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया गया है। प्रभावित लोग बरसात से हुए अपने फसल, मकान तथा पशुधन इत्यादि के नुकसान का ब्यौरा संबंधित पोर्टल पर अपलोड करवाएं ताकि उन्हें जल्द मुआवजा दिया जा सके। कैबिनेट मंत्री ने कहा वर्तमान प्राकृतिक आपदा में लोगों की सुरक्षा एवं हिफाजत के लिए प्रशासन का ग्राम सचिव से लेकर बड़े से बड़ा आईएएस अधिकारी निरंतर फिल्ड में है और प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे है। कैबिनेट मंत्री ने आमजन विशेषकर प्रभावित लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें इस प्रतिकूल स्थिति से घबराने की बिल्कूल जरूरत नहीं है। आपदा की इस घड़ी में सरकार पूर्णतया उनके साथ खड़ी है और प्रत्येक किसान, गरीब मजदूर तथा अन्य पीड़ित लोगों की हर संभव सहायता की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
