
काठमांडू, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारत के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने नेपाल में आज भगवान गौतम बुद्ध की पवित्र जन्मस्थली लुम्बिनी की यात्रा की। न्यायपालिका का सर्वोच्च दायित्व संभालने के बाद यह उनकी पहली नेपाल यात्रा है। उन्होंने लुम्बिनी आगमन को एक विशेष आध्यात्मिक अवसर बताया है।
शनिवार सुबह लुम्बिनी में आने वाले गवई का लुम्बिनी विकास ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ. ल्हारकयाल लामा, सदस्य सचिव सनुराजा शाक्य, कार्यकारी सदस्य श्याम रोक्का, वरिष्ठ प्रशासन प्रमुख ज्ञानिन राय और ट्रस्ट के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वागत किया।
यात्रा के दौरान, गवई ने लुम्बिनी क्षेत्र के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में जाना। उन्होंने मायादेवी मंदिर परिसर का दौरा किया, बुद्ध की जन्मस्थली का अवलोकन किया और सूत्र का पाठ किया। उन्होंने विश्व शांति, मानव कल्याण, नेपाल की प्रगति और भारत-नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने की कामना करते हुए दीप प्रज्वलित किया।
लुम्बिनी की अपनी यात्रा के बाद, गवई ने लुम्बिनी विकास कोष के अधिकारियों के साथ मास्टर प्लान और वर्तमान में चल रही विकास और निर्माण गतिविधियों का अवलोकन किया । उन्होंने लुम्बिनी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए नेपाल के प्रयासों की सराहना की तथा विश्वास व्यक्त किया कि इस क्षेत्र में भारत का सहयोग जारी रहेगा।
मुख्य न्यायाधीश गवई नेपाल में आयोजित होने वाले ‘नेपाल-भारत न्यायिक संवाद’ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नेपाल यात्रा पर हैं।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
