
मुरादाबाद, 06 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर जी लोहागढ़ में शनिवार को दस लक्षण धर्म महापर्व का 9वां दिन उत्तम आकिंचन धर्म के रूप में धूमधाम एवं प्रभु की भक्ति के साथ मनाया गया। राजस्थान से पधारे आचार्य दीपांशु शास्त्री ने उत्तम आकिंचन धर्म को अत्यंत सरल रूप में समझाते हुए कहा कि अपनी अंतरआत्मा को निर्मल एवं बाहरी परिग्रह को छोड़कर सरल जीवन जीना एवं लौकिक व्यवहार में महत्व न रखना ही उत्तम अकिंचन धर्म कहलाता है। शास्त्री जी ने संपूर्ण जैन समाज को उत्तम अकिंचन धर्म अपनाने की सलाह दी।
जैन धर्म के आत्म शुद्धि महापर्व दसलक्षण महापर्व के 9वें दिन सर्वप्रथम जिनेंद्र देव की भक्ति के साथ शांति धारा एवं इंद्र ने श्री जी का अभिषेक किया। जिसमें शांति धारा प्रदीप कुमार जैन, मंजू जैन समस्त परिवार एवं प्रथम चार कलश दिनेश जैन, राजीव जैन, अमित जैन व अमन जैन द्वारा किए गए।
इस अवसर पर दिगंबर जैन समाज मुरादाबाद के अध्यक्ष अनिल जैन, महिला जैन समाज अध्यक्ष नीलम जैन, दीपक जैन, भगवान महावीर जयंती महोत्सव समिति अध्यक्ष अरविंद जैन, संयोजक सलिल जैन, अंशु जैन, शुभम जैन, नितिन जैन, प्रीति जैन, ऋतु जैन, प्रभा जैन, सीमा जैन, शोभा जैन, अमृता जैन इत्यादि की उपस्थिति रहीं।
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(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
