कोलकाता, 6 सितम्बर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल छह और आठ सितम्बर को कोलकाता में दो महत्वपूर्ण आंतरिक बैठकें करेंगे। इन बैठकों के बाद वह दिल्ली में होने वाली मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की बैठक में हिस्सा लेंगे। इस राष्ट्रीय बैठक में सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शामिल होंगे और विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया पर चर्चा होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से छह सितम्बर को पहली बैठक बुलाई गई है। इसमें सीईओ कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।
आठ सितम्बर को होने वाली दूसरी बैठक में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को बुलाया गया है। जिलाधिकारी ही जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी निभाते हैं। इन दोनों बैठकों से पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण लागू करने की तैयारियों का आकलन किया जाएगा।
सीईओ कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि इन चर्चाओं से राज्य में तैयारियों की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। इसके आधार पर सीईओ मनोज कुमार अग्रवाल दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त की बैठक में अपनी रिपोर्ट और सुझाव देंगे।
पश्चिम बंगाल में इस विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक टकराव भी सामने आया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस इस प्रक्रिया का विरोध कर रही है। उनका कहना है कि इसका मकसद अप्रत्यक्ष रूप से एनआरसी और सीएए लागू करना है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि तृणमूल कांग्रेस इसलिए विरोध कर रही है क्योंकि पुनरीक्षण से बड़ी संख्या में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम मतदाता सूची से हट सकते हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पिछली बार विशेष गहन पुनरीक्षण 2002 में हुआ था। इस साल बिहार में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जहां विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
