रियासी, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारत सरकार द्वारा नियुक्त और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव कर्नल कीर्ति प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल ने हाल ही में हुई भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए आज रियासी जिले का दौरा किया।
टीम ने नुकसान का आकलन करने के लिए डोमेल-कटरा राजमार्ग, उद्योग प्रभावितानी पुल और कटरा के बल शनि मंदिर के पास के क्षतिग्रस्त स्थानों सहित कई प्रभावित स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से बातचीत के लिए लघुचित्रों का चित्रण किया। मुख्य कृषि अधिकारी की टीम के एक सदस्य ने भी कृषि क्षेत्र का दौरा किया और किसानों से बातचीत करके उनकी सलाह को समझाया।
आईसीसीटी के साथ एडीडीसी सुखदेव सिंह साम्याल, एडीसी राकेश कुमार, प्रमुख कटरा पीयूष धोत्रा और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, विचारधारा ढाँचे, कृषि, आवास और अन्य क्षेत्रों में हुए नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
क्षेत्रीय निरीक्षणों के बाद आध्यात्मिक विकास केंद्र, कटरा में एक व्यापक समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें रियासी के अलाभ निधि अमीर ने जान-माल की क्षति, पशुधन, लोहिया, क्षार ढ़ाचे को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने जिलों में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों से लेकर विभिन्न भवनों और बचाव एवं राहत कार्यों, पांचवें भवनों, निजी संपत्तियों, सरकारी ढांचों, कृषि भूमि और आवासीय भवनों को हुए नुकसान पर एक विस्तृत पावर नेटवर्क ब्रीफिंग प्रस्तुति की।
हिटलर ने टीम को यह भी बताया कि प्रभावित लोगों को आश्रय देने के लिए माहौर, जेम्सलान और सराह में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां प्रशासन, भोजन आश्रय, चिकित्सा देखभाल और अन्य आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
जिला अधिकारियों और उप-जिला मजिस्ट्रेटों के साथ बातचीत के दौरान, आईसीएमसीटी ने समुदाय-आधारित आपदा समूहों को मजबूत करने, प्रभावित परिवारों को समर्थन सुनिश्चित करने और संस्थागत ढांचे को कम करने के लिए महत्वपूर्ण पैमाने पर सुधार की प्रतिबद्धता की सिफारिश की।
अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हर संभव सहायता प्रदान की और रियासी जिले के लोगों को समय पर राहत, राहत और बहाली सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के खंडों को शामिल किया है।
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(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
