-डेढ लाख किसानों की आठ लाख एकड़ में फसल बर्बाद
-प्रदेश में इस साल 48 फीसदी अधिक हुई बारिश
चंडीगढ़, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए प्रदेश के सात जिलों में एसडीआरएफ की टीमों को उतार दिया है। हरियाणा की वित्त आयुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन की टीमों के समन्वित प्रयासों से चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की टीमें पलवल, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और फरीदाबाद में रणनीतिक रूप से तैनात की गई हैं, जबकि एनडीआरएफ की टीमें पलवल में अतिरिक्त विशेष सहायता प्रदान कर रही हैं।
वित्त आयुक्त ने कहा कि लगातार बारिश के कारण कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, नाले उफान पर हैं और निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। हरियाणा में मानसून के मौसम में अब तक सामान्य से 48 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। उन्होंने बताया कि इस दौरान फतेहाबाद, झज्जर, कुरुक्षेत्र और महेंद्रगढ़ जिलों में सामान्य से काफी अधिक वर्षा हुई।
मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने 15 सितंबर तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खुला रहेगा, जो कि प्रभावित किसानों के लिए व्यवस्थित फसल क्षति आंकलन और मुआवजे की सुविधा के लिए 2,687 गांवों को कवर करेगा। उन्होंने बताया कि 1,46,823 किसान पहले ही पोर्टल पर पंजीकरण करा चुके हैं, जिससे कुल 8,66,927 एकड़ कृषि भूमि को नुकसान के आंकलन के लिए कवर किया गया है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि बारिश से प्रभावित 2,247 लोगों को सकुशल राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपायों के लिए जिलों को कुल 3.06 करोड़ रुपये की आरक्षित निधि स्वीकृत की है। इस धनराशि का उपयोग प्रभावित लोगों को भोजन और वस्त्र, विस्थापित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय और तंबू, पशुओं के लिए चारा और पीओएल सहित अन्य आवश्यक आवश्यकताओं, राहत सामग्री के परिवहन और ग्रामीण क्षेत्रों में जल निकासी कार्यों के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिलों में मकान ढहने से मारे गए व्यक्तियों के शोक संतप्त परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 44 लाख रुपये (प्रत्येक को 4 लाख रुपये) की अनुग्रह सहायता भी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में जल निकासी कार्यों हेतु जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को आरक्षित निधि के रूप में 50 लाख रुपये जारी किए गए हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी, दोनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक कवरेज सुनिश्चित हो सके।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
