
जम्मू, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सत शर्मा (कांग्रेस) ने मढ़ विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के निवासियों से बातचीत की उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि संकट की इस घड़ी में पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है।
बातचीत के दौरान प्रतिनिधियों ने हाल ही में आई बाढ़ से हुई व्यापक तबाही, घरों के नुकसान, खड़ी फसलों को हुए नुकसान, मिट्टी के कटाव, सिंचाई नहरों के विनाश, चारदीवारी के ढहने और सड़कों, पुलियों और बिजली आपूर्ति लाइनों जैसे ग्रामीण बुनियादी ढाँचे के बाधित होने पर प्रकाश डाला। लोगों ने पशुधन और भंडारित खाद्यान्न के नुकसान पर भी दुख व्यक्त किया, जिससे उनकी परेशानियाँ और बढ़ गई हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए सत शर्मा ने ज़ोर देकर कहा कि इस आपदा में किसी भी प्रभावित परिवार को अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। प्रशासन को तुरंत पर्याप्त राहत, नुकसान की पारदर्शी सूची और पुनर्वास के लिए एक समयबद्ध योजना सुनिश्चित करनी चाहिए। हर प्रभावित परिवार को तुरंत मुआवज़ा पाने का अधिकार है, और भाजपा न्याय मिलने तक इसके लिए अथक प्रयास करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लोगों की पीड़ा के प्रति संवेदनशील है, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जल्द से जल्द ज़मीनी स्तर पर पर्याप्त सहायता पहुँचे।
सत शर्मा ने प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुँचाने के लिए भाजपा विधायकों और सांसदों द्वारा 35.5 करोड़ रुपये की धनराशि देने की सराहना की और अन्य राजनीतिक दलों के विधायकों और सांसदों से प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति दिखाने का अनुरोध किया।
राजिंदर सिंह चिब ने उपस्थित जनसमूह को आश्वासन दिया कि भाजपा कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर मौजूद रहेंगे, नुकसान का आकलन करेंगे और राहत सामग्री के वितरण में सहायता करेंगे। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि क्षति सूची तैयार करते समय कोई अन्याय न हो।
सुरिंदर भगत ने कहा कि अभूतपूर्व बारिश और अचानक आई बाढ़ ने ग्रामीण बुनियादी ढाँचे की कमज़ोरी को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा, राहत कार्यों में किसानों और छोटे परिवारों की ज़रूरतों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उनका जीवन सरकार के तत्काल ध्यान पर निर्भर करता है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
