
आगरा, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित एस.एन. मेडिकल कॉलेज के कैंसर सर्जरी विभाग ने एटा जिले की रहने वाली एक महिला के पेट से 13 किलो वजन का दुर्लभ ओवरी ट्यूमर निकाला एक असंभव-सी चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
ऑंको-सर्जन डॉ. वरुण अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि महिला मरीज रुकमनी को कई महीनों से पेट में सूजन, तेज दर्द, भूख न लगना और चलने-फिरने में कठिनाई जैसी गंभीर समस्याएं थीं। ट्यूमर का आकार इतना अधिक बढ़ गया था कि उसने आंतो, पेशाब की थैली और अन्य पेट के महत्वपूर्ण अंगों पर दबाव डालना शुरू कर दिया था।
वह पहले से ही कई साइकिल कीमोथेरेपी ले चुकी थीं और यह केस बेहद हाई-रिस्क माना जा रहा था। आगरा और आसपास के जिलों के कई चिकित्सा केंद्रों ने इस सर्जरी को करने से मना कर दिया था। अंततः मरीज एस.एन. मेडिकल कॉलेज के कैंसर सर्जरी विभाग में पहुंची, जहां उनकी साइटोरिडक्शन सर्जरी की गई।
यह अत्यंत जटिल और लंबा ऑपरेशन दो सितम्बर को कैंसर सर्जन डॉ. वरुण अग्रवाल एवं डॉ. गौरव सिंह ने किया। कई घंटों तक चले इस ऑपरेशन में टीम वर्क और आधुनिक शल्य तकनीक की उत्कृष्ट मिसाल प्रस्तुत की गई। सर्जिकल टीम में उनके साथ डॉ. वर्षा (जेआर-3), डॉ. ईशान (जेआर-2), डॉ. नमन (जेआर-1) तथा एनेस्थीसिया टीम में डॉ. अर्चना अग्रवाल, डॉ. दीपिका, डॉ. सालू, डॉ. विकास और डॉ. वैभव का भी अमूल्य योगदान रहा।
डॉ. संत बहादुर यादव ने बताया कि इतने बड़े आकार के ट्यूमर में साइटोरिडक्शन सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है, लेकिन टीम व मरीज के सहयोग से यह सफलता संभव हो सकी। फिलहाल मरीज की स्थिति स्थिर है और वह स्वास्थ्य लाभ कर रही हैं।
सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) प्रशांत लवानिया ने सर्जरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह की उपलब्धियाँ विभाग की मेहनत और समर्पण का प्रमाण हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में भी कॉलेज की कैंसर सर्जरी टीम इसी प्रकार नई ऊँचाइयाँ हासिल करती रहेगी।
एस.एन. मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. प्रशांत गुप्ता ने पूरी सर्जरी एवं एनेस्थीसिया टीम को हार्दिक बधाई दीं। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल कॉलेज बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है और इससे चिकित्सा जगत में आगरा की पहचान और भी ऊँची हुई है।
(Udaipur Kiran) / दीपक
